पैसों की जरूरत के वक्त लोन काफी मददगार होते हैं। और अगर आपके पास कार हैं, ये मदद आपकी कार भी कर सकती है। दरअसल आप जूरूरत के वक्त कार पर लोन ले सकते हैं। ऐसे में बैंक और गैर-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनियां (एनबीएफसी) दोनों ही “लोन अगेन्स्ट कार” ऑफर करती हैं। बैंक कार की मौजूदा कीमत के 50% से लेकर 150% तक लोन देती है। 1 से लेकर 7 साल तक के लिए ये लोन सालाना 13-15% ब्याज पर दिया जाता है। जिसकी प्रोसेसिंग फी 1-3% तक होती है।
बैंक देखती है ट्रैक रिकॉर्ड
बैंक लोन अगेन्स्ट कार मंजूर तब करती है जब आवेदक के कम से कम 9 महीनों के लोन रिपेमेंट ट्रैक रिकॉर्ड सही हो। जब उपभोक्ता मौजूदा लोन (यदि हो) की सभी ईएमआई समय पर चुकाता है तो बैंक को कार पर लोन देने में कोई दिक्कत नहीं होती है।
क्या हैं जरूरी डॉक्यूमेंट?
- उपभोक्ता की तीन महीनों की सैलरी स्लिप
- सैलरी अकाउंट का स्टेटमेंट
- वोटर आईडी कार्ड/ फोटो राशन कार्ड/ पासपोर्ट
- पैन कार्ड, आधार कार्ड
- तीन साल के इनकम टैक्स रिटर्न
- कार की आरसी बुक
- कार इन्श्योरेंस पेपर्स
- लोन अगेन्स्ट कार की पात्रता
- लोन लेने वाले की नौकरी या बिजनेस जैसी कोई निश्चित आय स्रोत जरूरी होती है।
- ज्यादातर बैंक और एनबीएफसी 10 साल से कम पुरानी कार पर लोन देते हैं।
- आवेदक की उम्र कम से कम 21 साल और अधिकतम 65 साल होनी चाहिए।