Central Vista Project: दिल्ली का सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट काफी चर्चा में है। जिसके डिजाइनर विमल पटेल (Vimal Patel) कोई साधारण शख्सियत नहीं है। रीडेवलपमेंट के मास्टर आर्किटेक्ट कहलाने वाले विमल पटेल वाराणसी में काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर, अहमदाबाद में साबरमती रिवरफ्रंट डेवलपमेंट और पुरी में जगन्नाथ मंदिर की मास्टर प्लानिंग इन्होंने ही की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने नए संसद भवन की डिजाइन का जिम्मा भी पटेल की कंपनी HCP डिजाइन को ही दिया है।
वैज्ञानिक बनने के सपनेे से आर्किटेक्चर बन जाने का सफर
31 अगस्त 1961 को बिमल हसमुख पटेल का जन्म गुजरात में हुआ था। उन्होंने सेंट जेवियर्स स्कूल से अपनी प्रारंभिक शिक्षा पूरी की। बचपन में वह साइंटिस्ट बनना चाहते थे, लेकिन स्कूल में एक टीचर ने उन्हें सोशल और नेशनल डेवलपमेंट के बारे में सोचने के लिए प्रेरणा दी।
उनके पिता हसमुख पटेल भी आर्किटेक्ट ही थे। इसी की वजह से उन्होंने 12वीं के बाद आर्किटेक्चर को चुना और CEPT यूनिवर्सिटी की प्रवेश परीक्षा में अव्वल आए थे। आर्किटेक्चर में डिप्लोमा हासिल करने के बाद उन्होंने आर्किटेक्चर में मास्टर्स, सिटी प्लानिंग में मास्टर्स और बर्कले यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया से सिटी एंड रीजनल प्लानिंग में PhD की डिग्री हासिल की।
बिमल पटेल (Vimal Patel) के पास आर्किटेक्ट के क्षेत्र में 35 साल से ज्यादा का अनुभव है। बिमल पटेल को आर्किटेक्ट के क्षेत्र में अहम योगदान देने के लिए कई पुरस्कार भी मिल चुके हैं, जिनमें 2019 में पद्म श्री, 2001 में वर्ल्ड आर्किटेक्चर अवार्ड, 2002 में प्रायमिनिस्टर नेशनल अवार्ड फॉर एक्सीलेंस इन अरबन प्लानिंग एंड डिजाइन, 1998 में यूएन सेंटर फॉर ह्यूमन सेटलमेंट्स अवार्ड ऑफ एक्सीलेंस जैसे सम्मान शामिल हैं।