दुनिया का सबसे खुश देश है फिनलैंड, जानें क्या है लोगों के खुश रहने की वजह!




हेल्दी रहने के लिए खुश रहना बेहद जरूरी है, तभी शारीरिक और मानसिक दोनों ही तरह की सेहत का ध्यान हम रख सकते हैं। खुशी और हेल्थ पर कई रिसर्च हो रहे हैं, कुछ शोधकर्ता कहते हैं कि मानसिक स्वास्थ्य का कनेक्शन खुशी से है। तो जानते हैं कि दुनिया का सबसे खुशहाल देश कौन सा है और ऐसा क्या खास है वहां जिसकी वजह से उसे दुनिया में सबसे खुशहाल माना जा रहा है। दरअसल हाल ही में जारी हुए वर्ल्ड हैपीनेस इंडेक्स 2023 के मुताबिक फिनलैंड दुनिया का सबसे खुशहाल देश है। फिनलैंड लगातार छठे साल इस सूची में नंबर वन है। दूसरे नंबर पर डेनमार्क और आइसलैंड तीसरे स्थान पर है। 150 देशों की सूची में भारत 126वें नंबर पर है।

वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट

वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट संयुक्त राष्ट्र सतत विकास समाधान नेटवर्क जारी करता है। ये रिपोर्ट 150 से अधिक देशों में लोगों के वैश्विक सर्वेक्षण डेटा पर बेस्ड होता है। रिपोर्ट विभिन्न देशों के लोगों के औसत जीवन मूल्यांकन के आधार पर 150 से अधिक देशों को रैंक करने में मदद करने के लिए छह प्रमुख कारकों का इस्तेमाल करती है।

खुश रहने के 6 कारक क्या हैं?

सामाजिक मदद आय हेल्थ फ्रीडम दयालुता भ्रष्टाचार की गैरमौजूदगी इन कारकों का उपयोग करते हुए, हर देश में जनसंख्या के शीर्ष और निचले आधे हिस्से के बीच खुशी के गैप की जांच की जाती है। हैप्पीनेस इंडेक्स सबसे पहले ग्लोबल हैप्पीनेस काउंसिल ने बनाया था। जो इंडीपेंडेंट अकेडमिक हैप्पीनेस स्पेशलिस्ट्स का एक समूह है। 2012 से इस ग्रुप ने हर साल वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट (WHR) जारी की है।

दुनिया के सबसे खुशहाल देश फिनलैंड के बारे में

वैश्विक प्रसन्नता सूचकांक में लगातार छठे साल पहले नंबर पर रहना वाकई एक उपलब्धि है। ये टाइटल निश्चित तौर पर फिनलैंड को दुनिया के बाकी देशों से अलग करता है। फिनलैंड के लोगों के खुश रहने के कई वजहें हैं। इसका एक प्रमुख कारण है फिनलैंड की आबादी। आबादी कम होने के कारण लोगों को मिलने वाली सुविधाएं काफी अच्छी हैं। Worldometer के आंकड़े कहते हैं कि 22 मार्च, 2023 तक फिनलैंड की आबादी 5,564,041 थी, जो कि दुनिया की कुल आबादी का 0.07 फीसदी ही है। फ़िनलैंड के दार्शनिक और मनोविज्ञान के शोधकर्ता, फ्रैंक मार्टेला के मुताबिक, फ़िनलैंड के लोग इतने खुश इसलिए हैं क्योंकि वे अपने पड़ोसियों से अपनी तुलना नहीं करते हैं। साथ ही वे प्रकृति से मिलने वाले लाभ नज़रअंदाज़ नहीं करते हैं और न ही विश्वास का कम्यूनिटी सर्कल तोड़ते हैं। मार्टेला बताते हैं कि सफल दिखने पर कम और जो आपको खुश करता है उस पर अधिक ध्यान फिनलैंड के लोग देते हैं। फिनलैंड अपनी खुशी के ज्ञान को साझा करने के लिए भी काफी तत्पर रहता है। फिनलैंड ने अपने यहां आने वाले पर्यटकों को आंतरिक खुशी खोजने में मदद करने के लिए एक मुफ्त “खुशी का मास्टरक्लास” देता है।

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Dr. Kirti Sisodhia

Content Writer

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