

Positivity: हाल ही में 100 साल की उम्र वाले 100 लोगों पर एक रिसर्च की रिपोर्ट प्रकाशित की गई। जिसमें उनके लाइफस्टाइल, सकारात्मक रहने के नजरिए और जीवन जीने के तरीको पर बातचीत की गई। इस रिपोर्ट के अनुसार 100 सेंन्चुरियन में से ज्यादातर लोगों ने कहा कि जीवन जीने के लिए आशावादी होना बेहद जरूरी है।
100 सेंचुरियन्स के अनुभव
रिपोर्ट के मुताबिक इन सभी लोगों ने जीवन को जीने के सभी सकारात्मक तरीकों कोअपनाया। वे हमेशा आशावादी रहे। ये लोग कभी अतीत में फंसे नहीं रहे। इनमें से ज्यादातर लोगों ने हमेशा अपनी डायरी में अनुभवों को लिखा। इससे उन्हें अपने जीवन में कई अद्भुत कलाओं के बारे में जानकारी मिली। मन के हिसाब से रहना, पूरे उत्साह से जीवन को जीना, हमेशा खुश और हमेशा चौकन्ना रहना उनके जीवन का अहम हिस्सा रहा।
इस रिसर्च में शामिल ब्रिटिश सेना के कर्नल रहे 102 साल के एडवर्ड टॉम्स कहते हैं कि खुशमिजाज स्वभाव, स्पष्ट भावना और खुद पर हंसने की क्षमता रखना बेहद जरूरी है। वे कभी किसी चीज से ऊबे नहीं। हमेशा नई चीजों को ट्राइ करने के लिए तैयार रहे। जितने उत्साही आप हैं उतने ही शांत भी कभी-कभी रहें।
दिलचस्प जीवन होने से नहीं होता बूढ़े होने का एहसास
106 साल की एक्टर अमेलिया मेंडेल कहती हैं कि जीवन होने से उन्हें बूढ़ा होने जैसा अहसास नहीं हुआ। उनके पास बात करने के लिए बहुत सी अच्छी यादें हैं। वाइनमेकर रहे 101 साल के फर्नांडो कैविया कहते हैं कि मैं अब भी हर दिन पढ़ता हूं। जब आप पढ़ते हैं, तो आप नई चीजों को सीखते हैं, जो आपकी जिज्ञासा जगाती हैं। आपको आगे बढ़ना है ताकि आलसी न हो जाएं।
106 साल के जोन उर्कहार्ट अपने अनुभवों के बारे में बात करते हुए कहते हैं कि हो सके तो विदेश यात्रा करें। दूसरों से अनुभवों को शेयर करें और दूसरों के अनुभवों को जानें। लोगों के रहने के तरीके को देखें और नई भाषा सीखें।
भौतिकता के पीछे नहीं भागें
कंपनी डायरेक्टर रहे 100 साल के पीटर व्हाइटली बताते हैं कि हमेशा अपना आपा खुद पर रखें। जब भी मौका मिले हंसें और खुलें। आंखें खुली रखें और देखें कि आसपास क्या हो रहा है कभी भी भौतिकता के पीछे नहीं भागें। छोटी-छोटी खुशियां खोजें।

