तंजानिया और शिक्षा मंत्रालय भारत के बीच अहम करार, विदेश में स्थापित हुआ पहला IIT कैम्प्स!


IIT: भारत में बीटेक के लिए सबसे अच्छे संस्थान के रूप में आईआईटी की पहचान है। यहां से डिग्री हासिल करने वाले छात्रों को बेहतर भविष्य के साथ ही अच्छी सैलरी मिलती है। यही नहीं यहां के अभ्यर्थी नए शोध में भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। हालांकि, अभी तक आईआईटी के सभी कैम्प्स सिर्फ भारत में स्थित थे, लेकिन अब आईआईटी का पहला विदेशी कैम्पस तंजानिया में भी स्थापित किया जा रहा है। इसके लिए 6 जुलाई को तंजानिया की सरकार और भारत के शिक्षा मंत्रालय ने एक MOU साइन किया है।

आईआईटी मद्रास का कैंपस

मंत्रालय की तरफ जानकारी शेयर की गई जिसके मुताबिक आईआईटी तंजानिया परिसर के अक्टूबर 2023 में खुलने की उम्मीद की जा रही है। इसके पहले बैच में 50 स्नातक और 20 मास्टर छात्रों को एडमिशन मिलेगा। इस कैम्पस में प्रवेश के लिए भारतीय छात्र भी आवेदन करने के पात्र हैं। 5 जुलाई को भारत के शिक्षा मंत्रालय, आईआईटी मद्रास और तंजानिया के शिक्षा और व्यावसायिक प्रशिक्षण मंत्रालय ज़ांज़ीबार के बीच समझौते पर करार किया गया।

विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने ट्वीट कर दी बधाई

इसके बारे में ट्विट करते हुए भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने एक ट्वीट किया और इसके लिए उन्होंने ज़ांज़ीबार के राष्ट्रपति को धन्यवाद कहा। उन्होंने एमओयू पर हस्ताक्षर के दौरान उपस्थित रहने के लिए हुसैन अली म्विनी को भी धन्यवाद कहा। विदेश मंत्री ने कहा कि यह MOU “वैश्विक दक्षिण के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को दिखाता है।”

तंजानिया में आईआईटी कैम्प्स खोलने को लेकर शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ट्वीट में लिखा, “यह पहल दक्षिण अफ्रीका के साथ-साथ वहां के लोगों के बीच मजबूत संबंध बनाने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रतिबद्धता का प्रतीक है।” भारत सरकार के इस कदम से भारत की शिक्षा व्यवस्था का अंतरराष्ट्रीयकरण होगा, जो शिक्षा के क्षेत्र में नए कीर्तिमान स्थापित करेगी।

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Dr. Kirti Sisodia

Content Writer

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