India’s first AI teacher: AI यानी कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस। एआई को वर्तमान दौर का सबसे बड़ा आश्चर्य माना जा रहा है। हाल के दिनों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का क्षेत्र तेजी से विस्तारित हुआ है। ऐसे में अगर कहेंगे कि इससे कोई भी क्षेत्र अछूता नहीं रहा। तो गलत नहीं होगा। शिक्षा के क्षेत्र में भी AI से जुड़े कई प्रयोग हो रहे हैं, ऐसा ही एक प्रयोग केरल में देखने को मिला। जहां जेनेरेटिव एआई स्कूल टीचर बच्चों को पढ़ाएगी। जानते हैं क्या है भारत की पहली एआई टीचर की खासियत..
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बारे में
AI teacher के बारे में जानने से पहले जानते हैं क्या होती है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (artifical Intelligence). इसकी शुरूआत 1950 के दशक में हुई थी। इसका अर्थ होता है बनावटी या कृत्रिम तरीके से विकसित की गई इंटेलेक्चुएल एबिलिटी। AI के जरिए कंप्यूटर सिस्टम या रोबोटिक सिस्टम बनाया जाता है। ये एआई उन तर्कों पर काम करते हैं जिन पर मानव मस्तिष्क काम करते हैं।
भारत की पहली AI टीचर
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को एजुकेशन के क्षेत्र में बड़े ही क्रिएटिव तरीके से इस्तेमाल किया है केरल राज्य ने। जी हां केरल ऐसा पहला राज्य बन गया है जहां एआई की मदद से पढ़ाई होगी। इसके लिए ह्यूमनॉइड रोबोट को इस्तेमाल में लाया गया है जिसे India’s first AI teacher कहा जा रहा है। जेनेरेटिव एआई स्कूल टीचर को फरवरी में ही स्कूल में शामिल किया गया। ये टीचर स्टूडेंट्स के बीच काफी लोकप्रिय है।
AI टीचर में भारतीय संस्कृति की झलक
केरल के तिरुवनंतपुरम के एक हायर सेकेंडरी स्कूल में इस टीचर को लॉच किया गया है। AI टीचर साड़ी पहनकर पढ़ाती हैं। इसे फीमेल टीचर का लुक दिया गया है। इस फीमेल टीचर रोबोट का नाम ‘आइरिस’ है।
AI टीचर की खासियत
भारत की पहली एआई टीचर (India’s first AI teacher) की कई विशेषताएं हैं, जिनमें सबसे खास है। कि ये टीचर स्टूडेंट्स के हर सवाल का जवाब देती है। ये काफी इंटरैक्टिव है। एआई रोबोट टीचर को ‘मेकरलैब्स एडुटेक’ कंपनी ने बनाया है। उनके अनुसार आइरिस केरल ही नहीं बल्कि देश में पहली जेनेरेटिव एआई टीचर के रूप में अपनी पहचान स्थापित कर चुकी है।
कई भाषाओं की समझ
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो ये एआई टीचर आइरिस तीन भाषाओं को बोल और समझ सकती हैं। ये विद्यार्थियों के कठिन सवालों का जवाब आसानी से देती है। आइरिस का नॉलेज बेस ChatGPT जैसे प्रोग्रामिंग से बना है। ये टीचर रोबोट ऑटोमेटिक शिक्षण उपकरणों की तुलना में काफी ज्यादा विस्तारित है।
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मजेदार है एआई टीचर से पढ़ना
भारत की पहली एआई टीचर (India’s first AI teacher) को बच्चे काफी पसंद कर रहे हैं। रोबोट टीचर आइरिस इंसानी प्रतिक्रियाओं से प्रभावित होकर जवाब देती है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से पढ़ना मजेदार है इस सवाल पर बच्चे काफी उत्साह से हां जवाब देते हैं वो कहते हैं ये मजेदार है। इसे बनाने वाली कंपनी के मुताबिक विद्यार्थियों की सुरक्षा के लिए ड्रग्स, सेक्स व हिंसा जैसे सब्जेक्ट्स की जानकारी पर ट्रेंड नहीं किया गया है।
Positive सार
भारत की पहली एआई टीचर (India’s first AI teacher) एआई की अनंत संभावनाओं का सबसे अच्छा उदाहरण है। ये नई जनरेशन को तकनीकी एडवांसमेंट के लिए अच्छे तरीके से तैयार करेगी। एआई का शिक्षा के क्षेत्र में ऐसे नवाचार बताते हैं कि हम आने वाली पीढ़ी को एक बेहतरीन टेक्नोलॉजी से जोड़ रहे हैं।