UPSC CSE 2023: एक प्रसिद्ध कविता की बहुत ही प्रसिद्ध लाइन आपने जरूर सुनी होगी “लहरों से डरकर नौका पार नहीं होती, कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती” ऐसी कई कहानियां अभी आपको सुनने मिलेंगी। ये कहानी ऐसे लोगों की है जो गरीबी से नहीं डरे, स्थितियों से नहीं डरे और मेहनत से नहीं डरे। इन सबका सामना कर अपने सपनों का आसमान पा लिया। ऐसी ही एक कहानी है नंदला सैकरीन की जिन्होंने ऑल इंडिया 27 रैंक हासिल की है। जानते हैं क्यों है उनकी स्टोरी खास
बुनकर परिवार से संबंध
UPSC CSE 2023 में देशभर में नंदला सैकरीन (Nandala Saikiran) ने 27वीं रैंक हासिल की। करीमनगर जिले के रामदुगु मंडल के वेलिचला गांव के रहने वाले हैं नंदला। उनका संबंध एक बुनकर परिवार से है। कुछ साल पहले पिता को खोने वाले नंदला की माता बीड़ी मजदूर हैं। परिवार ने उन्हें यहां तक पहुंचाने के लिए कई संघर्ष किया।
NIT से पूरी की पढ़ाई
27वां रैंक तक पहुंचने के लिए नंदला ने काफी मेहनत की। नंदला सैकरीन ने NIT वारंगल से इंजीनियरिंग की। जिसके बाद उन्हें हैदराबाद के एक निजी फर्म में नौकरी मिल गई। नंदला की कहानी सिर्फ इसलिए खास नहीं है कि उनकी मां ने उन्हें काफी मेहनत से यहां तक पहुंचाया बल्कि इसलिए भी खास है क्योंकि उन्होंने नौकरी और जिम्मेदारियों के साथ मेहनत की और यहां तक पहुंचने में कामयाब हो गए।
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Positive सार
नंदला सैकरीन उन सभी युवाओं के आंखों का तारा बनकर उभर गए हैं जो एक सपना सजाए मंजिल की तरफ बढ़ने का प्रयास करते हैं। नंदला सैकरियान ने UPSC CSE 2023 में 27वां रैंक हासिल कर ये साबित कर दिया। कि कुछ करने के लिए किसी सहारे कोचिंग और गाइड आप तक चलकर नहीं आती है। आपमें चाह है तो रास्ते अपने आप बनते जाते हैं। नंदला का संघर्ष और सफलता दोनों की युवाओं के लिए प्रेरणा है।