UPSC: छत्तीसगढ़ सरकार ने यूपीएससी की मुख्य परीक्षा पास करने वाले उम्मीदवारों के लिए एक बड़ा और प्रोत्साहन देने वाला कदम उठाया है। राज्य के मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के निर्देश पर अब यूपीएससी मेंस क्लियर करने वाले प्रतिभागियों को 1 लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। ये राशि महापौर सम्मान निधि के तहत दी जाएगी, जिससे युवाओं में प्रतिस्पर्धा की भावना बढ़ेगी और राज्य से सिविल सेवा में ज्यादा प्रतिनिधित्व होगा।
राज्य के 5 होनहारों ने बढ़ाया मान
हाल ही में जारी UPSC 2024 के रिजल्ट में छत्तीसगढ़ के पांच युवाओं ने अपने मेहनत और लगन से देशभर में राज्य का नाम रोशन किया है। ये प्रतिभागी हैं:
- पूर्वा अग्रवाल (रायपुर) – 65वीं रैंक
- अर्पण चोपड़ा (मुंगेली) – 313वीं रैंक
- मानसी जैन (जगदलपुर) – 444वीं रैंक
- केशव गर्ग (अंबिकापुर) – 496वीं रैंक
- शची जायसवाल – 654वीं रैंक
इनकी सफलता को सम्मान देने और बाकी युवाओं को प्रेरित करने के लिए सरकार ने ये ऐतिहासिक निर्णय लिया है।
मुख्यमंत्री का विजन “युवा बढ़ें आगे”
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ के युवा टैलेंटेड हैं और अगर उन्हें सही दिशा और सहयोग मिले तो वो किसी भी क्षेत्र में कमाल कर सकते हैं। यह इनाम न केवल एक आर्थिक मदद है, बल्कि एक मोटिवेशन भी है जो हर यूपीएससी एस्पिरेंट को आगे बढ़ने का हौसला देगा।
योजना की खास बातें
- यह प्रोत्साहन राशि महापौर सम्मान निधि से दी जाएगी।
- सभी पात्र उम्मीदवारों को 1 लाख रुपये की इनाम राशि दी जाएगी।
- यह पहल युवाओं में UPSC के लिए एनर्जी और फोकस बढ़ाएगी।
- कोचिंग सेंटर और एक्सपर्ट्स ने बताया गेम-चेंजर
रायपुर और बिलासपुर के यूपीएससी कोचिंग सेंटरों के अनुसार, यह निर्णय राज्य में सिविल सेवा तैयारी को नया बूस्ट देगा। अब ऐसे युवाओं को भी मोटिवेशन मिलेगा जो आर्थिक कारणों से तैयारी छोड़ने की सोच रहे थे। इससे पूरे राज्य में यूपीएससी के प्रति एक सकारात्मक माहौल बनेगा।
यूपीएससी के लिए बढ़ेगा क्रेज
इस प्रोत्साहन से ना सिर्फ रिजल्ट वाले स्टूडेंट्स को सराहा गया है, बल्कि उन हजारों युवाओं को भी दिशा दी गई है जो इस परीक्षा की तैयारी में लगे हैं। अब यूपीएससी केवल एक सपना नहीं, बल्कि एक साकार करने योग्य लक्ष्य बनता जा रहा है।
फाइनल थॉट्स
छत्तीसगढ़ सरकार की ये पहल केवल इनाम तक सीमित नहीं है, बल्कि यह भविष्य के लिए एक दूरदर्शी कदम है। इससे राज्य के युवाओं में सिविल सेवा के लिए आत्मविश्वास, मोटिवेशन और हौसले की जबरदस्त बढ़त होगी। ये कदम आने वाले समय में छत्तीसगढ़ को सिविल सेवा मैप पर मजबूती से स्थापित कर सकता है।