Career in sports: क्या आप कोहली और रोहित के फैन हैं, सायना नेहवाल और पीवी सिंधु की तरह बैडमिंटन खेलना चाहते हैं या फिर आप द्रविड़ की तरह किसी बड़े स्पोर्ट्स पर्सन के कोच बनना चाहते हैं। तो उसके लिए आपको खास तरह की ट्रेनिंग और पढ़ाई करनी होगी। जी हां समय बदल गया है। अब स्पोर्ट्स में करियर बनाने के लिए आपको प्रोफेशनल ट्रेनिंग और एजुकेशन की जरूरत पड़ती है तो अगर आप भी किसी भी स्पोर्ट्स में करियर (Career in sports) बनाना चाहते हैं तो ये आर्टिकल आपके लिए ही है…
खिलाड़ी बनने के लिए पैशन जरूरी
हर खिलाड़ी का ये सपना होता है, कि वो अपने देश को अंतरराष्ट्रीय लेवल पर रिप्रेजेंट करे। लेकिन यह सपना सिर्फ वे ही साकार कर पाते हैं जिनमें अपने खेल के प्रति लगन और समर्पण हो। इसके अलावा स्पोर्ट्स में सफलता पाने के लिए जितनी जल्दी शुरूआत की जाए ये उतना ही अच्छा होता है। अगर आप अपने खेल (sports) को लेकर पैशनेट हैं तो ही आपको खेल में करियर बनाना चाहिए।
क्या होनी चाहिए शुरू करने की उम्र?
स्पोर्ट्स में करियर बनाने के लिए (Career in sports) आपको सबसे पहले एकेडमी चुननी होगी। स्पोर्ट्स एकेडमीज (Sports Academies) अलग-अलग एज ग्रुप में एडमिशन लेती है। ये कोई भी खेल हो सकता है जिसमें आपकी रूचि हो। उम्र की बात करें तो ये एजग्रुप 5-8 वर्ष, 9-14 वर्ष और 15 वर्ष या उससे ऊपर होती है। इसका फायदा ये होगा कि शुरू से ही बच्चों की ग्रूमिंग एथलीट के तौर पर होगी। एक बात और आपके जानने के लायक है। दरअसल एडमिशन के समय ही एकेडमीज ये तय करती हैं कि स्टूडेंट में किस खेल का पोटेंशियल है। उसी के हिसाब से उसे आगे बढ़ाया जाता है।
चुनें सही एकेडमी
एक बेहतरीन खिलाड़ी बनने के लिए सही एकेडमी का सिलेक्शन सबसे जरूरी होता है। किसी भी खेल के लिए एकेडमी का चुनाव करते समय कुछ बातों पर विशेष रूप से ध्यान देना होगा।
इंफ्रास्ट्रक्चर: आपके खेल से संबंधित उचित इंफ्रास्ट्रक्चर एकेडमी में होंगी तो आप बेहतर तरीके से सीख पाएंगे। अगर आप पैसे खर्च कर सकते हैं तो एकेडमी में मौजूद इंफ्रास्ट्रक्चर (Infrastructure) का ध्यान जरूर रखें। ये भी ध्यान रखें कि एकेडमी का इंफ्रास्ट्रक्चर अंतरराष्ट्रीय स्तर का हो।
कोच: आप कितने सफल होंगे, ये काफी हद तक आपके कोच पर भी निर्भर करता है। कोच आपको गेम की सही टेक्निक और फिजिकल फिटनेस जैसी बातों के लिए गाइड करता है।
सक्सेस रेट: स्पोर्ट्स में करियर बनाने के लिए (Career in sports) आपको एकेडमी चुनते समय इस बात का ख्याल रखना होगा। कि एकेडमी या स्पोर्ट्स कॉलेज का पिछला रिकॉर्ड अच्छा है या नहीं।
खेल के साथ पढ़ाई पर ध्यान देना जरूरी
अक्सर आपने पढ़ा या सुना होगा कि आपके पसंदीदा खिलाड़ियों में से कई के पास अच्छी डिग्री नहीं होती है। लेकिन हम ये कहेंगे कि समय बदल गया है। आजकल पढ़ाई के कई साधन मौजूद हैं जिससे आप कहीं से भी कभी भी अपनी पढ़ाई पूरी कर सकते हैं। आप खेल के प्रति तो पूरी तरह से समर्पित रहें पर पढ़ाई को जारी रखने की कोशिश करें। क्योंकि अगर आप खेल के प्रतिस्पर्धा में कहीं पिछड़ते हैं तो ये आपका प्लान-B हो सकता है।
खेल से जुड़े हैं ये करियर ऑप्शन
वैसे तो स्पोर्ट्स में हर युवा इंटरनेशनल प्लेयर के तौर पर मुकाम हासिल करना चाहता है। लेकिन अगर प्लान-B के तहत आपने पढ़ाई की है। तो आप स्पोर्ट पर्सन बनने के अलावा (Career in sports) अलावा स्पोर्ट्स से जुड़े दूसरे करियर्स के जरिए भी खेल से जुड़े रह सकते हैं। आप स्पोर्ट्स मैनेजमेंट, कोच या इंस्ट्रक्टर, कमेंटेटर या एंकर, स्पोर्ट्स जर्नलिज्म, स्पोर्ट्स मेडिसिन, इवेंट मैनेजमेंट, फैसिलिटी मैनेजमेंट जैसे फील्ड में करियर बना सकते हैं।
खेल प्रशिक्षण के लिए बेस्ट संस्थान
देश में विभिन्न खेलों के प्रशिक्षण के लिए भारत में कई एकेडमीज मौजूद हैं। इन्हें स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (SAI) के मापदंडों पर खरा उतरना होता है। आप खेल में करियर बनाना चाहते हैं, तो ऐसी ही किसी एकेडमी में प्रशिक्षण ले सकते हैं।
क्रिकेट के लिए एकेडमी
- स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया
- गवर्नमेंट स्पोर्ट्स कॉलेजेस
- वीबी क्रिकेट एकेडमी, चेन्नई
- नेशनल स्कूल ऑफ क्रिकेट, देहरादून
- नेशनल क्रिकेट क्लब, कोलकाता
- नेशनल क्रिकेट एकेडमी, बेंगलुरू
- सेहवाग एकेडमी, दिल्ली
- क्रिकेट इंडिया एकेडमी, मुंबई
- कर्नाटक इंस्टीट्यूट ऑफ क्रिकेट, बेंगलुरू
- मदनलाल क्रिकेट एकेडमी, दिल्ली
Indian cricketers की Salary होती है इतनी
हॉकी के लिए एकेडमी
- स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया
- गवर्नमेंट स्पोर्ट्स कॉलेजेस
- महाराजा रणजीत सिंह हॉकी एकेडमी, अमृतसर
- नेशनल हॉकी एकेडमी, दिल्ली
- जय भारत हॉकी एकेडमी, दिल्ली
बैडमिंटन के लिए एकेडमी
- स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया
- प्रकाश पादुकोण बैडमिंटन एकेडमी, बेंगलुरू
- गोपीचंद बैडमिंटन एकेडमी, हैदराबाद
- एमवी बिष्ट बैडमिंटन एकेडमी, दिल्ली
- सुरजीत सिंह बैडमिंटन एकेडमी, दिल्ली
- बाबू बनारसीदास यूपी बैडमिंटन एकेडमी, लखनऊ
टेनिस के लिए एकेडमी
- स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया
- सानिया मिर्जा टेनिस एकेडमी, हैदराबाद
- एस टेनिस एकेडमी
- महेश भूपति टेनिस एकेडमी
- सीएलटीए टेनिस एकेडमी, चंडीगढ़
फुटबॉल के लिए एकेडमी
- स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया
- प्रीमियर इंडियन फुटबॉल एकेडमी, मुंबई
- टाटा फुटबॉल एकेडमी, जमशेदपुर
- ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन
- बाइचुंग भूटिया फुटबॉल स्कूल्स
- इंडियन टाइगर्स फुटबॉल एकेडमी, मुंबई
Positive सार
खेल में करियर (Career in sports) तो एक अच्छा ऑप्शन है ही। इसके अलावा खेल (Sports) मानसिक, शारीरिक, और सामाजिक विकास के लिए महत्वपूर्ण होता है। खेल हमें हेल्दी रहने, दिमाग की क्षमता को विकसित करने, सामरिकता के प्रैक्टिस और टीमवर्क सिखाता है। यह हमारी लाइफ की क्वालिटी को बढ़ाता है और हमें Positive रूप से सोचने, संघर्ष करने, और जीतने की क्षमता देता है।