Apj Abdul Kalam: भारत के मिसाइल मैन के नाम से मशहूर डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम (abdul kalam)किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। भारत में रहने वाला हर एक इंसान उनकी दिल से रिस्पैक्ट करता है। 15 अक्टूबर को अब्दुल कलाम की बर्थ एनिवर्सरी मनाई जाती है। इस खास दिन को स्टूडेंट्स डे (students day) के तौर पर भी सेलीब्रेट किया जाता है। आइए जानते हैं कलाम की जिंदगी से जुड़ी वो बातें जो हमारे लिए प्रेरणा का काम करती हैं।
क्यों मनाया जाता है स्टूडेंट्स डे ?
क्या आपको पता है डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम के जन्मदिन के दिन ही स्टूडेंट्स डे (students day) क्यों मनाया जाता है। अब्दुल कलाम को छात्रों से काफी लगाव था। उनका मानना था चाहे कुछ भी हो जाए हमारे अंदर का छात्र हमेशा जिंदा रहना चाहिए। अब्दुल कलाम हमेशा छात्रों और युवाओं को पढ़ने और आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया करते थे।
पायलट बनना चाहते थे कलाम
अब्दुल कलाम बचपन से ही पढ़ाई में तेज थे। अक्सर वो सुबह उठकर किताबें पढ़ने लगते थे। बचपन से उनका सपना एक पायलट बनने का था। लेकिन कुछ कारणों से वो उपना सपना पूरा नहीं कर सके। फिर भी उन्हें इस बात का कभी पछतावा नहीं हुआ। कलाम का कहना था जीवन जो भी आपके सामने रखती है उसे दिल से स्वीकार करन चहिए।
क्यों कहलाए मिसाइल मैन?
अब्दुल कलाम (abdul kalam)ने इसरो के साथ भी काम किया है। उन्होंने वहां प्रोजेक्ट डायरेक्ट के रूप में नियुक्त थे। इसी दौरान इसरो ने कलाम की मदद से भारत का पहला स्वदेशी सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल “SLV-3” बनाया था। SLV-3 की मदद से भारत ने रोहिणी उपग्रह को सफलतापूर्वक अंतरिक्ष में भेजा था। इतना ही नहीं उन्होंने (agni missile ) अग्नि और पृथ्वी मिसाइल (prithvi missile )को बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उनके इस योगदान के लिए ही उन्हें मिसाइल मैन कहा जाता है।