Chhattisgarh Tredition: दिवाली का त्योहार हर किसी के लिए खास होता है। हम पूरे साल दिवाली का इंतजार करते हैं, इस दिन पूरा देश एक साथ मिलकर सेलिब्रेट करता है। लेकिन छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले का एक गांव ऐसा भी है जो (Diwali) दिवाली की तिथी से एक हफ्ते पहले ही त्यौहार मना लेता है। सिर्फ दिवाली ही नहीं इस गांव में हर त्यौहार तिथी से एक हफ्ते पहले मनाया जाता है। आइए जानते हैं इस गांव में क्यों है ऐसी परंपरा।
कहां है ये गांव?
ये अनोखा गांव धमतरी जिले का सेमरा सी (Semra C) गांव है। इस साल सेमरा के ग्रामीणों ने परंपरा के अनुसार एक हफ्ते पहले दिवाली मनाई। आपको बता दें कि यह परंपरा पीढ़ियों से चली आ रही है और ग्रामीणों में इसका बहुत महत्व भी है। गांव के बुजुर्ग बताते हैं कि – “हमारे गांव में दिवाली की शुरुआत अन्य जगहों से पहले हो जाती हैं, भाई-दूज और मातर त्योहार भी दूसरे गांव के लोगों से पहले ही मना लेते हैं। यह परंपरा की पीढ़ियों से चली आ रही है।”
क्या है इस परंपरा का कारण?
इस खास परंपरा को लेकर गांव (Semra C)के बुजुर्ग कुछ मान्यताओं का होना बताते हैं। उनका कहना है गांव के देवता सिरदार देव हैं। सालों पहले एक बार गांव में आपत्ति आई थी । उस समय सिरदार देव ने मुखिया को सपना दिया था। सपने में उन्होंने आदेश दिया था कि गांव में हर त्योहार एक हफ्ते पहले मना लिया जाए। ऐसा नहीं करने पर यह विपदा फिर से आएगी। तब से यह परंपर चली आ रही है।
गांव वाले बताते हैं कि शुरुआत में कुछ लोगों ने इस बात की अनदेखी की थी. जिससे गांव में अकाल या कोई बीमारी जैसी समस्या आई थी। तब से पूरे गांव में इस परंपरा का पालन किया जाता है। काफी लंबा समय बीत जाने के बाद भी सेमरा सी गांव में यह नियम टूटा नहीं है। अब युवा भी इसी नियम के अनुसार त्यौहार मना रहे हैं।