Amarnath Yatra 2025: इस साल की अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई से शुरू हो रही है और 9 अगस्त तक चलेगी। 53 दिनों तक चलने वाली यह यात्रा देश-विदेश के लाखों श्रद्धालुओं की आस्था का प्रतीक है। बाबा बर्फानी के दर्शन को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं और सुरक्षा से लेकर नागरिक सुविधाओं तक हर स्तर पर प्लानिंग पूरी कर ली गई है।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
यात्रा को सुरक्षित और व्यवस्थित बनाने के लिए मल्टी-लेयर सिक्योरिटी सिस्टम लागू किया गया है।
- 10 एसपी और 15 डिप्टी एसपी
- जम्मू-कश्मीर पुलिस, BSF, SSB और CRPF की तैनाती
- हाई-डेफिनिशन CCTV कैमरे, ड्रोन निगरानी, और सैटेलाइट ट्रैकिंग
- AI आधारित फेशियल रिकॉग्निशन सिस्टम
- सभी रास्तों पहलगाम और बालटाल पर भारी सुरक्षाबल तैनात किए गए हैं।
सुरक्षा ड्रिल और रोजाना CASO
पहलगाम और बालटाल रूट्स पर मॉक ड्रिल करके सुरक्षाबलों की तैयारी परख ली गई है।
दक्षिण कश्मीर में रोजाना 20 से ज्यादा कॉर्डन एंड सर्च ऑपरेशन (CASO) हो रहे हैं ताकि आतंकवादी गतिविधियों को समय रहते रोका जा सके।
सेना और प्रशासन की संयुक्त रणनीति
- सिर्फ सुरक्षाबल ही नहीं, स्थानीय नागरिक प्रशासन भी पूरी तरह अलर्ट है।
- पीने का पानी
- स्वास्थ्य सुविधाएं
- बिजली और साफ-सफाई
हर जरूरी सेवा को यात्रियों तक पहुंचाने के लिए सभी बेस कैंप और लंगरों को मंजूरी दी जा चुकी है।
इमरजेंसी रिस्पॉन्स के लिए विशेष तैयारी
प्रशासन ने मौसम, भूस्खलन या स्वास्थ्य से जुड़ी किसी भी इमरजेंसी के लिए अलग-अलग प्लान बनाए हैं।
केंद्रीय गृह मंत्रालय लगातार यात्रा की हर गतिविधि पर नजर रखे हुए है।
यात्रियों के लिए गाइडलाइन
- यात्रा से पहले ऑनलाइन पंजीकरण ज़रूरी है
- मौसम की स्थिति को ध्यान में रखते हुए कोई भी जोखिम ना लें
- प्रशासन की ऑफिशियल गाइडलाइन का पालन करें
आस्था का संगम
अमरनाथ यात्रा ना केवल एक धार्मिक अनुभव, बल्कि एक सामूहिक अनुशासन और व्यवस्था का भी परिचायक बन गई है। तकनीक और तैयारी ने इसे पहले से कहीं ज़्यादा सुरक्षित बना दिया है।