ParkMate: इस लेख को एक छोटी सी इंसीडेंस से शुरू करते हैं। साल 2019 की बात है। एक युवा लड़के की नई कार को सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त पार्किंग से उठा लिया गया। जब उन्होंने पूछताछ की, इस मामले में अटेंडेंट ने साफ तौर पर किसी भी तरह की जिम्मेदारी लेने से मना कर दिया। उस युवा ने पार्किंग टिकट देखा। उस पर लिखा उन्हें पार्किंग टिकट दिखाया, जिस पर लिखा था, ‘पार्किंग मालिक के जोखिम पर है’। इस बात से भी ज्यादा खराब ये थी कि उस युवा की कार खींचे जाने के दौरान बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई जिस पर काफी खर्च आया। ये कहानी है ParkMate के को-फाउंडर और सीईओ धनंजय भारद्वाज की। जिसका जिक्र उन्होंने एक वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में किया था।
पार्किंग की ऐसी ही परेशानियों को हल करने के लिए उन्होंने के इन्हीं मुद्दों को हल करने के लिए धनंजय भारद्वाज ने अभिमन्यु सिंह के साथ मिलकर पार्कमेट का कॉन्सेप्ट तैयार किया और उसे स्टार्ट किया। जो आज बड़े मुंबई और बैंगलोर जैसे बड़े शहरों में पार्किंग की समस्या को खत्म कर रहे हैं।
कैसे काम करता है ParkMate?
साल 2021 में ParkMate की शुरूआत की गई। यह एक ऐप-बेस्ड ऑटोटेक है जो स्मार्ट, हाइपरलोकल और ऑन-डिमांड पार्किंग की सुविधा उपलब्ध करवाता है। मुरादाबाद में स्थित इस स्टार्टअप ने मई 2022 में अपना कामकाज शुरू
किया।
इसे लेकर धनंजय भारद्वाज कहते हैं “हमारी सरल लेकिन इनोवेटिव अप्रोच, एडवांस टेक्नोलॉजी और पार्किंग की परेशानी को हल करने की प्रतिबद्धता के साथ, हम दिन-प्रतिदिन यात्रियों के लिए पार्किंग अनुभव को सरल, ज्यादा कुशल और
इकोफ्रेंडली बनाने की तरफ काम कर रहे हैं। जैसा कि उन्होंने एक वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में कहा।
वो ये भी कहते हैं कि ” रीयल-टाइम पार्किंग सॉल्यूशन ParkMate यूजर्स को कहीं भी जाने पर रियल-टाइम कन्फर्म पार्किंग सॉल्यूशन की सुविधा देता है। पार्कमेट किसी लोकेशन पर पार्किंग उपलब्धता को ट्रैक कर उसकी जानकारी देता है। अगर एक लोकेशन पर पार्किंग फुल है, तो इसका एल्गोरिथ्म ऑटोमैटिक रूप से दूसरी लोकेशन की खोज कर लेता है।
त्रिशूल की सुविधा
इसमें त्रिशूल सिस्टम जैसी दूसरी सेवाएं भी हैं, जो हाइब्रिड FASTtag+ANPR+UniPay सक्षम सिस्टम भी देती है। ये ऑटोमैटिक रूप से लाइसेंस प्लेट को स्कैन करती है. एचडी कैमरों, एक इनबिल्ट कंट्रोलर और इसके इन-हाउस सॉफ़्टवेयर का उपयोग करके गाड़ियों को प्रवेश की अनुमति देती/लॉग करती है।
इसके अलावा इसमें अटेंडेंट ओटीपी-वेरिफाइड हैं, और कारों को जीपीएस-टैग की सुविधा भी दी गई है। जिससे यूजर की कार के लाइव मूवमेंट को ट्रैक किया जा सके। जब ग्राहक को अपनी कार की जरूरत होती है, तो वे ऐप पर ‘Get my car’ ऑप्शन पर टैप कर जानकारी ले सकते हैं और जहां भी वे चाहते हैं, कार को वापस डिलीवर हो जाएगा। रेवेन्यू मॉडल ParkMate ऐप Android और iOS दोनों पर फ्री में उपलब्ध है। फिलहाल इसके 75,000 से ज्यादा डाउनलोड हैं।
कहां-कहां है ParkMate की सुविधा?
वर्तमान में, यह स्टार्टअप लखनऊ और दिल्ली के कुछ हिस्सों जैसे करोल बाग, सरोजनी नगर और कनॉट प्लेस में अपनी सेवा दे रहा है। भारद्वाज आने वाले महीनों में इसका मुंबई में विस्तार करने की योजना बना रहे हैं।