VL-SRSAM: DRDO और नौसेना ने मिलकर एक VL-SRSAM का सफल परीक्षण किया। भारत ने अपनी सैन्य ताकत को और बढ़ाते हुए सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल (VL-SRSAM) के परीक्षण में सफलता हासिल की है। भारत के इस परीक्षण से दुश्मन देशों के हौसले कम होंगे।
चांदीपुर में हुआ मिसाइल (VL-SRSAM) का सफल परीक्षण
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) और भारतीय नौसेना ने 23 अगस्त को ओडिशा के तट पर एकीकृत परीक्षण रेंज (ITR), चांदीपुर से वर्टिकल लॉन्च शॉर्ट रेंज सरफेस-टू-एयर मिसाइल (VL-SRSAM) का सफलता से परीक्षण पूरा किया।
मिसाइल (VL-SRSAM) की खासियत
मिसाइल (VL-SRSAM) को वर्टिकल लॉन्च शॉर्ट रेंज सरफेस-टू-एयर मिसाइल कहते हैं। जो सतह से हवा में मार करने में सक्षम है। मिसाइल का वजन- वर्टिकल लॉन्च शॉर्ट रेंज सरफेस-टू-एयर मिसाइल वजन 154 किलोग्राम और इसकी लंबाई करीब 12.6 फीट है।
मिसाइल की मारक क्षमता
VL-SRSAM मिसाइल की मारक क्षमता की बात करें तो यह सतह में 25 से 30 किलोमीटर है। जबकि हवा इसकी मारक क्षणता 2 किलोमीटर की ऊंचाई तक है।
VL-SRSAM की सबसे बड़ी खासियत है कि यह रडार की पकड़ में भी नहीं आ पाएगी। यह कम ऊंचाई में उड़ने वाने दुश्मन के जहाजों को मार गिराने की क्षमता रखता है। इसकी एक और खास बात है कि यह समुद्र के बेहद नजदीक से उड़ने की क्षमता भी रखथा है।
VL-SRSAM- मिसाइल VL-SRSAM की एक और खासियत यह है कि यह 360 डिग्री में घूमकर दुश्मन पर वार कर सकता है। जंग होने की स्थिति में इस मिसाइल को किसी भी जंगी जहाज से दागा जा सकेगा।