Ranji Cricket: भारत में क्रिकेट की फैन फॉलोइंग तो गिनती में नहीं है। ऐसे में क्रिकेट सिर्फ एक खेल नहीं इमोशन बन गया है। यही वजह है कि आजकल हर बच्चा क्रिकेटर बनने का सपना देखता है। ऐसे ही एक बच्चे का सपना पूरा हुआ यही नहीं उन्होंने अपने खेल से नया रिकॉर्ड तक बना दिया है। जानते हैं क्या है पूरी कहानी…
दरअसल बिहार की राजधानी पटना के मोइनुद्दीन स्टेडियम में बिहार और मुंबई के बीच रणजी ट्रॉफी के कॉम्पीटिशन चल रहा है। इसमें बिहार के बाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज वैभव सूर्यवंशी ने अपना डेब्यू किया। रणजी ट्रॉफी में वैभव सूर्यवंशी सचिन से भी कम उम्र में डेब्यू करने वाले बैट्समैन बन गए हैं। सचिन तेंदुलकर ने 15 साल की उम्र में अपना पहला रणजी मैच खेला था और अब संजीव सूर्यवंशी ने ये दावा किया है कि उनके बेटे वैभव सूर्यवंशी की उम्र 13 साल से भी कम है।
वैभव के नाम कई ट्रॉफी
वैभव के पिता संजीव सूर्यवंशी के अनुसार वैभव पिछले 1 साल में छह बड़े-बड़े टूर्नामेंट्स खेल चुके हैं। इसमें हेमंत ट्रॉफी, विणु मांकड़ ट्रॉफी और कूच बिहार ट्रॉफी आते हैं। इसके अलावा इंडिया अंडर-19 के लिए भी वैभव ने क्रिकेट में अपना हुनर दिखाया है। वैभव के पिता संजीव सूर्यवंशी ने एक न्यूज चैनल को दिए साक्षात्कार में बताया कि देश भर में सबसे कम उम्र मे रणजी खेलने का रिकॉर्ड उनके बेटे के नाम बनेगा।
वैभव के पिता के लिए ये गर्व की बात है कि वह अजिंक्य रहाणे, शिवम दुबे और धवल कुलकर्णी जैसे खिलाड़ियों के खिलाफ अपना मैच खेल रहे हैं। उनका कहना है कि उनका बेटा एक शानदार बैट्समैन है। वह हर अलग-अलग टूर्नामेंट में काफी आक्रामक अंदाज में बल्लेबाजी करते आ रहे हैं। इस टूर्नामेंट में भी वह खूब सारा रन बनाएंगे र आने वाले समय में भारत के लिए भी बल्लेबाजी करेंगे।
5 साल की उम्र से खेल रहे क्रिकेट
वैभव जब 5 साल के थे तभी से क्रिकेट खेल रहे हैं। वैभव के पिता को जब इस बात का अंदाजा हुआ कि वैभव का क्रिकेट सिर्फ एक बच्चे का खेल नहीं है तो वो वैभव को लगातार क्रिकेट खेलने के लिए ले जाने लगे। जब वैभव 10 साल का था तो वह सीनियर खिलाड़ियों के साथ प्रैक्टिस करते थे और बेहतर प्रदर्शन करते थे। वैभव को समस्तीपुर और बाद में पटना में क्रिकेट की ट्रेनिंग मिली। वैभव ने खूब मेहनत की और ये उसी का नतीजा है कि इतने कम उम्र में ही वह बिहार के लिए रणजी क्रिकेट खेल रहे हैं।