Highlights:
• दिग्गज शतरंज खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद 5 बार रह चुके हैं वर्ल्ड चैंपियन
• नई पीढ़ी का मार्गदर्शन कर रहे हैं विश्वनाथ आनंद
FIDE: भारत के महान शतरंज खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद (Viswanathan Anand) को खेल की वैश्विक संचालन संस्था फिडे का उपाध्यक्ष चुना गया है। वर्तमान में अध्यक्ष आर्केडी वोर्कोविच को दूसरे कार्यकाल के लिए दोबारा अध्यक्ष चुना गया है। 5 बार के वर्ल्ड चैंपियन आनंद वोर्कोविच की टीम का हिस्सा बने थे। वोर्कोविच को 157 वोट जबकि उनके विरोधी आंद्रेई बैरिशपोलेट्स के पक्ष में सिर्फ 16 वोट पड़े।
चुनाव का आयोजन शतरंज की वैश्विक संस्था की फिडे कांग्रेस के दौरान हुआ इसका आयोजन चेन्नई में 44वें शतरंज ओलंपियाड के दौरान हुआ। विश्वनाथ आनंद ने अपने करियर के दौरान ढेरों खिताब और सम्मान जीते हैं।
शतरंज के महान खिलाड़ी आनंद ने अपनी किशोरावस्था में ही सुर्खियां बटोरना शुरू कर दिया था। वह विश्व जूनियर खिताब जीतने के बाद भारत के पहले ग्रैंडमास्टर बने थे। वे शतरंज के खेलों में भारत की वैश्विक मंच पर अगुआई कर रहे
हैं। आनंद ने 5 बार विश्व चैंपियन का खिताब जीता है। उन्होंने अपना आखिरी विश्व खिताब 2017 में विश्व रेपिड खिताब के रूप में जीता था।
आनंद शतरंज ओलंपियाड में भाग ले रही भारतीय टीम का हिस्सा नहीं हैं लेकिन मेजबान देश की सभी टीमों का वे मार्गदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने प्रशासक के रूप में खेल के लिए कुछ करने की इच्छा रखी है। और पहले कार्यकाल में
वोर्कोविच और उनकी टीम के काम की उन्होंने सराहना की है।चुनावों से पहले वोर्कोविच ने आनंद को अपनी टीम में रखने की बात कही थी. वोर्कोविच ने कहा था, ‘मुझे वास्तव में गर्व है कि आनंद उपाध्यक्ष पद के लिए चुनौती पेश कर रहे हैं. वह एक महान व्यक्ति हैं. वह लंबे समय से मेरे मित्र हैं. पहले से ही वह दुनिया भर में बेहद लोकप्रिय है. इस देश में ही नहीं बल्कि मैं जहां भी जाता हूं उनके व्यक्तित्व और योगदान को फिडे इतिहास और फिडे भविष्य के रूप में स्वीकार और
मान्यता प्राप्त है. हमारे पास वास्तव में एक अच्छी टीम है.
चुनावों से पहले वोर्कोविच ने आनंद को अपनी टीम में रखने की बात रखी थी। वोर्कोविच ने कहा था, कि- ‘मुझे वास्तव में इस बात का गर्व है कि आनंद उपाध्यक्ष पद के लिए चुनौती दे रहे हैं। वे एक महान व्यक्ति हैं और वह लंबे समय से मेरे मित्र भी हैं। पहले से ही वह देश और दुनिया भर में बेहद ही लोकप्रिय है। इस देश में ही नहीं बल्कि मैं जहां भी जाता हूं। विश्वनाथ आनंद के व्यक्तित्व और योगदान को फिडे इतिहास और फिडे भविष्य के रूप में स्वीकार करता है। वास्तव हमारे पास एक अच्छी टीम है।’