छत्तीसगढ़ के भिलाई से ताल्लुक रखने वाले पैरा-आर्म रेसलर श्रीमंत झा ने एक बार फिर भारत और अपने राज्य का नाम रोशन किया है। स्विट्जरलैंड में 25 से 27 अप्रैल 2025 के बीच हुए “Swiss Para Arm Wrestling Cup” में उन्होंने 85 किलोग्राम वर्ग में शानदार परफॉर्मेंस देते हुए सिल्वर मेडल अपने नाम किया।
शहीदों को समर्पित की जीत
श्रीमंत झा ने अपनी इस खास जीत को हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले में शहीद हुए लोगों को समर्पित किया। उन्होंने कहा, “हर मैच मेरे लिए देश के शहीदों को सम्मान देने जैसा होता है।” यह सिर्फ एक मेडल नहीं बल्कि उनके इरादों की ताकत और देशप्रेम की भावना को दर्शाता है।
क्रोएशियन चैंपियन को दी मात
श्रीमंत ने 85 किलोग्राम कैटेगरी में क्रोएशिया के लुका ड्राकन को हराया। ये मुकाबला बहुत ही टफ था, लेकिन श्रीमंत ने दमदार पकड़ और अनुभव के बल पर यह फाइट जीत ली। हालांकि गोल्ड से चूक गए, पर सिल्वर मेडल भी उनके संघर्ष और मेहनत की बड़ी पहचान बना।
मुख्यमंत्री ने दी बधाई
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने श्रीमंत झा को जीत की बधाई देते हुए कहा कि, “श्री झा ने छत्तीसगढ़ को गौरवांवित किया है।” उनके जज्बे और लगन को पूरे प्रदेश से सराहना मिल रही है।
एक नहीं, 54 इंटरनेशनल मेडल
श्रीमंत झा कोई नए खिलाड़ी नहीं हैं। वे पहले भी कई नेशनल और इंटरनेशनल टूर्नामेंट्स में मेडल जीत चुके हैं। अब तक वे 54 इंटरनेशनल मेडल्स अपने नाम कर चुके हैं। वे वर्ल्ड में तीसरे और एशिया के नंबर वन पैरा-आर्म रेसलर हैं।
फोकस इंटरनेशनल टूर्नामेंट पर
श्रीमंत ने बताया कि उन्होंने इस टूर्नामेंट के लिए कड़ी मेहनत की थी। अब उनका फोकस अगली इंटरनेशनल प्रतियोगिता पर है।
“मैं फिर से भारत को प्राउड फील कराना चाहता हूं,” उन्होंने कहा।
पूरे देश से मिल रही बधाइयां
उनकी इस सफलता पर पीपुल्स आर्म रैसलिंग फेडरेशन इंडिया की अध्यक्षा प्रीति झिंगयानी, छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष जी. सुरेश बाबे, चेयरमैन बृजमोहन सिंह, सचिव श्रीकांत, और कृष्ण साहू ने उन्हें बधाइयां दी हैं।
संघर्ष से सफलता तक का सफर
श्रीमंत झा की जर्नी आसान नहीं रही। एक हाथ से दिव्यांग होने के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और खुद को साबित कर दिखाया। आज वे लाखों युवाओं के लिए एक इंस्पिरेशन हैं।
छत्तीसगढ़ की बनाई अलग पहचान
श्रीमंत झा ने न सिर्फ एक मेडल जीता बल्कि ये साबित किया कि छत्तीसगढ़ की धरती पर भी टैलेंट की कोई कमी नहीं है। उनकी जीत युवा खिलाड़ियों के लिए मोटिवेशन है।