हरियाणा के ऑलराउंडर शहबाज अहमद भारतीय टीम में चुने गए। वे जिम्बाब्वे के खिलाफ 18 अगस्त से शुरू हो रही तीन वनडे मैचों की सीरीज में टीम इंडिया क हिस्सा बनेंगे। उन्हें वॉशिंगटन सुंदर की जगह भारतीय टीम में शामिल किया गया है। सुंदर इंजर्ड होने की वजह से इस सीरीज से बाहर हो गए हैं।
उनके पिता ने एक अखबार से बात करते हुए इस बात के लिए खुशी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि यह उसकी 10 साल की मेहनत, फैंस की दुआओं और अल्लाह की मेहरबानी का नतीजा है।
फिलहाल कोलकाता में हैं शहबाज
शहबाज इस समय कोलकाता में हैं। वे घरेलू क्रिकेट में बंगाल की तरफ से से खेलते हैं और इस समय टीम कैंप का हिस्सा बने हैं। शहबाज के पिता ने कहा- एक वक्त था जब मैं चाहता था कि शहबाज सिविल इंजीनियर बनें। इसी वजह से मेवात में स्कूलिंग खत्म होने के बाद उनका एडमिशन फरीदाबाद की मानव रचना इंटरनेशनल यूनविर्सिटी में करवा दिया था, ताकि वो इंजीनियर बन सकें। तीन साल की डिग्री को शहबाज ने 11 साल में पूरा किया।
पढ़ाई की जगह क्रिकेट को चुना
उनके पिता ने अखबार को बताया कि उन्हें यह नहीं पता था कि फरीदाबाद में शाहबाज का मन इंजीनियरिंग की पढ़ाई में नहीं लग रहा था। वो क्रिकेट के लिए क्लास बंक करते थे। और उन्हें इसकी जानकारी तब मिली, जब यूनिवर्सिटी की ओर से मैसेज आया कि शहबाज क्लास नहीं कर रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा कि शहबाज से उन्होंने कहा था कि पढ़ाई या क्रिकेट में से किसी एक को चुनें, लेकिन जो भी चुनें उस पर फोकस रहे। तब शहबाज ने क्रिकेट को चुना और उसी पर फोकस करने की ठानी। जिसके बाद वे गुड़गांव की एक
क्रिकेट एकेडमी में जाने लगे। वहीं कोच मंसूर अली ने उन्हें ट्रेनिंग दी।