

भारतीय फुटबॉल टीम सैफ चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंच चुकी है। इसके लिए टीम ने लेबनान को पेनल्टी शूटआउट में 4-2 से हराया। 5 जुलाई को फाइनल में मेजबान टीम कुवैत से भिडे़गी, जिसने दूसरे सेमीफाइनल में बांग्लादेश को 1-0 से हराया था। भारत और लेबनान की टीम निर्धारित समय के बाद एक्स्ट्रा टाइम में भी गोल नहीं कर पाई, जिसके बाद पेनल्टी शूटआउट से भारत की जीत का फैसला हुआ। भारतीय फुटबॉल टीम अपने शानदार फॉर्म में चल रही है। टीम के लिए करिश्माई स्ट्राइकर सुनील छेत्री, अनवर अली, नाओरेम महेश सिंह और उदांता सिंह कुमाम ने गोल किया। वहीं लेबनान के लिए वालिद शऊर और मोहम्मद सादेक ही गोल कर पाए जबकि हसन मातोक और खलील बदेर जीत से चूक गए।
भारत के ब्लू टाइगर्स की इस जीत में मैन ऑफ द मैच के लिए गोलकीपर गुरप्रीत सिंह संधू, चुने गए, जो हुसैन जीन के खिलाफ आमने-सामने की ‘लड़ाई’ में मजबूती से डटे रहे। यहां तक कि माटौक की तीन सीधी फ्री-किक को बचाकर उन्होंने कमाल की मुस्तैदी दिखाई, जिसमें एक अभूतपूर्व फिंगरटिप सेव भी था। लेबनान के खतरे को बेअसर करने के लिए वह कई बार अपनी लाइन से हटे और सबसे महत्वपूर्ण बात ये रही कि वे पेनल्टी में भारत के बचाव में आए और भारतीय टीम को लगातार दूसरे फाइनल में जगह बनाने में मदद मिली । 3 फरवरी 1992 को पैदा हुए गुरप्रीत सिंह पंजाब के हैं। 6 फीट 6 इंच के गुरप्रीत 2015 से भारतीय फुटबॉल टीम के लिए खेल रही हैं।
कुवैत से होगा भारतीय टीम का फाइनल मुकाबला
भारत के पास फाइनल जीतने का मौका है। पहले सेमीफाइनल में अब्दुल्लाह अल ब्लोशी के गोल की बदौलत बांग्लादेश को 1-0 से हराकर कुवैत के खिलाड़ी फाइनल में पहुंच चुके हैं। कुवैत के लिए अब्दुल्लाह ने पहले हाफ के अतिरिक्त समय के अंत में विजयी गोल किया। अब उसका सामना बुधवार को होने वाले फाइनल में भारत से होने वाला है। इस गोल से पहले दोनों टीमों ने अच्छे मौके गंवाए थे। दूसरे हाफ में बांग्लादेश ने वापसी करने की कोशिश की लेकिन कुवैत के गोलकीपर अब्दुल रहमान की सतर्कता से खड़े रहकर मैच में जीत हासिल की।