Paralympics 2024: कैसे हुई पैरा ओलंपिक की शुरुआत?

Paralympic 2024: पैरिस ओलंपिक के बाद अब भारत के पैरा एथलीट्स पैरा ओलंपिक के लिए पूरे जोश के साथ तैयार हैं। यह टूर्नामेंट 28 अगस्त से 8 सितंबर तक पैरिस में होगा। भारत की तरफ से 84 पैरा एथलीट्स हिस्सा ले रहे हैं। एथलीट सुमित अंतिल और शॉटपुर खिलाड़ी भाग्यश्री जाधव भारत के ध्वज वाहक हैं। आइए जानते हैं पैरा ओलंपिक पर भारत की तैयारी और पैरा ओलंपिक के इतिहास से जुड़े कुछ रोचक तथ्य। 

भारतीय ओलंपिक टीम

पैरा ओलंपिक 2024 में भारत ने 84 पैरा एथलीट्स की टीम पैरिस भेजी है। खिलाड़ियों के साथ कोच, मेडिकल ऑफिसर, असिस्टेंट और टीम ऑफिसर्स समेत कुल 179 सदस्यीय दल ओलंपिक में शामिल हो रहे हैं। हमारे खिलाड़ियों ने 12 अलग-अलग खेलों में हिस्सा लिया है। पैरा ओलंपिक 2020 में भारत ने रिकॉर्ड 9 मेडल्स जीते थे जिसमें 5 गोल्ड मेडल्स थे। इस बार भी उम्मीद है कि खिलाड़ी अपना पिछला रिकॉर्ड तोड़ते हुए भारत को रिकॉर्ड मेडल दिलाएंगे।

कैसे हुई पैरालिंपिक की शुरुआत?

पैरालिंपिक शुरु होने की कहानी बड़ी दिलचस्प है। दरअसल सेकंड वर्ल्ड वॉर में घायल हुए सैनिकों को ठीक करने और उनका मनोबल वापस लाने के लिए इन खेलों को शुरु किया गया था। पहला पैरा ओलंपिक स्पाइनल इंज्यूरी वाले सैनिकों पर केंद्रित था। 1948 में न्यूरोलॉजिस्ट गुडविंग गुट्टमान ने सैनिकों को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए पैरा ओलिंपिक खेलों को जरिया बनाया। गुट्टमान को ‘फॉदर ऑफ पैरा ओलंपिक’ कहा जाता है। उस समय इस आयोजन को ‘व्हिलचेयर गेम्स’ कहा गया।  

1960 में हुआ पहला पैरा ओलंपिक

व्हिल चेयर गेम्स की सफलता और इसमें हिस्सा लेने वाले दिव्यांग खिलाड़ियों की दिलचस्पी को देखते हुए 1960 में पहली बार रोम में पैरा ओलंपिक का आयोजन किया गया। पहले पैरा ओलंपिक टूर्नामेंट में 23 देशों से 400 पैरा एथलीट्स मैदान में उतरे थे। शुरुआती दौर में तैराकी के अलावा सिर्फ वही खेल होते थे जिन्हें व्हीलचेयर पर बैठकर खेला जा सकता था। बाद में 1976 में बिना व्हील चेयर वाले खेलों को भी शामिल किया गया।

भारत का पहला पदक

भारत को अपना पहला पैरा ओलंपिक पदक 1972 के टूर्नामेंट में मिला था। भारत के एथलीट मुरलीकांत पेटकर ने तैराकी में 37.33 सेकंड का विश्व रिकॉर्ड बनाया था। मुरलीकांत पेटकर सेना में जवान थे। एक हाथ में गोली लगने पर उन्हें अपना हाथ गंवाना पड़ा था। 2018 में उन्हें पद्मश्री सम्मान मिल चुका है। आपको बता दें अब तक हुए 11 पैरा ओलंपिक टूर्नामेंट में भारत ने 9 गोल्ड, 12 सिल्वर और 10 ब्रॉन्ज मेडल समेत कुल 31 मेडल जीते हैं।

Positive सार

भारत के पैरा खिलाड़ियों ने 2020 पैरा ओलंपिक में 9 मेडल जीतकर रिकॉर्ड कायम किया था। हर क्षेत्र में आगे बढ़ते भारत की इस बार खिलाड़ियों से ज्यादा से ज्यादा मेडल लाने की उम्मीद है। साल दर साल भारत अंतरराष्ट्रीय खेलों में बेहतर करता आ रहा है। हमें पूरी उम्मीद है कि इस बार भी ओलंपिक में हमारे पैरा एथलिट्स नए रिकॉर्ड्स बनाएंगे और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का परचम लहराएंगे।

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Rishita Diwan

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