भारतीय वायु सेना (IAF) और जापान एयर सेल्फ डिफेंस फोर्स (JASDF) साथ में ‘वीर गार्जियन-2023’ युद्धाभ्यास करेंगे। यह खतरनाक एयर डिफेंस सैन्य अभ्यास 16 से 26 जनवरी तक आयोजित होगी। युद्धाभ्यास में शामिल होने जोधपुर से 4 सुखोई फाइटर जेट के साथ टीम 8 जनवरी की शाम जापान के लिए रवाना हो गई है।
इतिहास रचने की राह पर अवनि
इस युद्धाभ्यास में भारतीय वायुसेना की महिला पायलट अवनी चतुर्वेदी भी शामिल होने वाली हैं, वे विदेशी धरती पर होने वाले किसी भी हवाई युद्धाभ्यास में भाग लेने वाली देश की पहली महिला पायलट होंगी। स्क्वॉड्रन लीडर अवनी चतुर्वेदी सुखोई-30 की पायलट हैं और जोधपुर से जापान जाने वाले दल की सदस्य हैं। बता दें कि इससे पहले भी भारत की दो महिला लड़ाकू पायलट ने फ्रांसीसी वायुसेना सहित कई देशों की सेना के साथ युद्धाभ्यास में भाग लिया है। लेकिन किसी महिला वायु सैनिक के लिए विदेश जाकर युद्धाभ्यास करने का यह पहला मौका है।
जापान के हयाकुरी हवाई अड्डे पर युद्धाभ्यास
यह युद्धाभ्यास जापान के हयाकुरी हवाई अड्डे पर आयोजित की जा रही है। भारत और जापान की वायु सेनाओं के बीच यह युद्धाभ्यास पहली बार है, इसे नाम दिया गया है- ‘वीर गार्जियन’।
कैप्टन अर्पित काला भी भारतीय दल का हिस्सा
ओमिटामा (जापान) में हयाकुरी एयरबेस पर होने वाले इस युद्धाभ्यास में सुखोई स्क्वाड्रन के सीओ ग्रुप कैप्टन अर्पित काला भी भारतीय दल की सदस्य हैं। उन्होंने कहा कि, यह उनके लिए अलग तरह का अनुभव होगा। स्क्वाड्रन लीडर भावना कांत ने भारतीय वायुसेना द्वारा संचालित Su-30MKI लड़ाकू विमान पर कहा कि” इस विमान के बारे में अद्वितीय बात यह है कि इससे उच्च गति और कम गति दोनों पर युद्धाभ्यास कर सकते हैं।“
अवनि के बारे में
स्क्वाड्रन लीडर अवनी चतुर्वेदी फाइटर प्लेन सुखोई 30MKI की पायलट हैं। अवनी भावना कांत और मोहना सिंह के साथ ही उन्होंने साल 2016 (जुलाई) में फ्लाइंग ऑफिसर की जिम्मेदारी संभाली थी। अवनि ने साल 2018 में मिग-21 भी उड़ाया था।
अवनि मध्यप्रदेश के शहडोल जिले से संबंध रखती हैं। उन्होंने कंप्यूटर साइंस विषय में इंजीनियरिंग की पढ़ाई वनस्थली विश्वविद्यालय राजस्थान पूरी की है। बाद में उन्होंने भारतीय वायु सेना की परीक्षा पास और 2016 में फ्लाइंग ऑफिसर बनीं।