Temple Museum in Ayodhya: पूरी दुनिया इस समय भारत की ओर देख रही हैं। 22 जनवरी को होने वाले राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह की भव्य तैयारियां जोरों से चल रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा करेंगे। सदियों भारतीय सांस्कृतिक गौरव के प्रतीक के रूप में अयोध्या का राम मंदिर स्थापित होगा। यही वजह है कि अयोध्या को एक नए ही रंग में रंगा गया है। इसी क्रम में अब अयोध्या में टेंपल म्यूजियम भी बनाया जाएगा जो अयोध्या के पर्यटन का अहम हिस्सा साबित होगा।
राम कथा पर आधारित म्यूजियम
अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन के बाद अयोध्या में मैडम तुषाद म्यूजियम की तर्ज पर राम कथा पर आधारित वैक्स म्यूजियम (Wax Museum in Ayodhya) भी बनवाया जाएगा। उत्तरप्रदेश सरकार इस पर तेजी से काम कर रही है। ऐसा कहा जा रहा है कि इस साल अप्रैल-मई तक इस म्यूजियम का पहला चरण बनकर तैयार हो जाएगा। इसे 52 वर्षीय सुनील कंडलौर तैयार कर रहे हैं।
अयोध्या में वैक्स म्यूजियम बनाने वाले सुनील के काम को पूरा भारत जानता है। उन्होंने अयोध्या से पहले कन्याकुमारी, थेक्कड़ी और लोनावला में भी वैक्स म्यूजियम बनाया है। इन सभी म्यूजियम में कुल 170 स्टेच्यू स्थापित हो चुके हैं। अयोध्या प्रोजेक्ट के लिए उन्हें कुल 70 स्टेच्यू बनाना है। ये 10 हजार वर्गफुट के बनकर तैयार होंगे।
दिखेगी राम कथा की झलक
इस वैक्स म्यूजियम के जरिये लोगों को राम कथा से सीधे जोड़ने का काम किया जाएगा। इस म्यूजियम में 35 दृश्य दर्शाए जाएंगे। म्यूजियम में लगने वाले स्टेच्यू काफी बड़े और भव्य होंगे। पहले फेज में रामायण के 30 से 35 दृश्यों को दिखाने का काम होगा, इसमें सीता स्वयंवर, वनवास और लंका दहन जैसी महत्वपूर्ण घटनाएं पर्यटक देख सकेंगे। इस टेंपल म्यूजियम को बनाने में कुल 7 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। इस म्यूजियम को ऐसा बनाया जाएगा कि ये कथा की सजीवता को बरकरार रखेगी। इसके साथ ही अयोध्या में बने भवन मंदिर और वास्तुकला को भी इसमें उतारने का प्रयास किया जाएगा।
विश्व स्तर का होगा टेंपल म्यूजियम
अयोध्या में बन रहे टेंपल म्यूजियम की योजना को काफी महत्वपूर्ण कहा जा रहा है, इसकी वजह ये है कि ये म्यूजियम हिंदुस्तान के सभी मंदिरों के आर्किटेक्ट, आर्किटेक्चर और उसके आर्किटेक्ट ने किस साइंटिफिक टेंपरामेंट से उसको बनाया था, इन सभी की अवधारणा को दिखाया जाएगा।
Positive सार
टेंपल म्यूजियम का कॉन्सेप्ट काफी दिलस्प है। ये म्यूजियम वर्ल्ड लेवल का बनेगा। खास बात ये है कि टेंपल म्यूजियम की योजना सबसे महत्वपूर्ण है इसमें बेहतर सांस्कृतिक रूप से देश को प्रतिनिधित्व मिल जाएगा। भारत में ऐसी कोशिशें नई जनरेशन को पौराणिक इतिहास से जोड़ेगी।