Ram Mandir Paduka: सोने और चांदी से बनी है भगवान श्री राम की चरण पादुका, जानें और क्या है खास?

Shri Ram Mandir Paduka: अयोध्या में भगवान श्री राम के चरण पादुका पहुंच चुके हैं। कई पदयात्रा और भ्रमण के बाद इस भव्य चरण पादुका को मंदिर में विधि-विधान से स्थापित किया जाएगा। जिसके बाद भगवान राम के चरणों में हर श्रद्धालु शीश झुका पाएगा। ये तो थी राम मंदिर के चरण पादुका की बात पर क्या आप जानते हैं कि भगवान राम के चरण पादुका से जुड़ी एक खास मान्यता है, इस आर्टिकल के जरिए हम ये जानते हैं कि क्या है वो खास मान्यता और क्या है भगवान राम के मंदिर के चरण पादुका की खासियत..

भरत सिर पर उठाकर लाए थे भगवान राम की पादुका 

पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक भगवान श्री राम के भाई भरत उन्हें वापस अयोध्या ले जाने के लिए अयोध्या की सेना के साथ सभी तीर्थों का जल लेकर उनका राज्याभिषेक करने के लिए चित्रकूट पहुंच गए। जहां भरत ने अपने भाई श्री राम से अयोध्या वापस लौटने के लिए आग्रह और विनती की थी। लेकिन भगवान श्री राम ने अपने पिता की इच्छा को पूरा करने की बात कहते हुए अयोध्या वापस लौटने से मना कर दिया। जिसके बाद भाई भरत भगवान श्रीराम के चरण पादुकाओं को लेकर अयोध्या लौट गए। उन्होंने रास्ते में अपने साथ लाए सभी तीर्थों के जल को एक कुआं में छोड़ दिया और चरण पादुका के साथ अयोध्या लौट गए। 

सोने और चांदी से बनाया गया है चरण पादुका 

अयोध्या में स्थापित होने वाले चरण पादुका को हैदराबाद के श्री चल्ला श्रीनिवास शास्त्री ने तैयार किया है। पादुका को बनाने में 1 किलो सोना और 7 किलो चांदी का इस्तेमाल हुआ है। इसके साथ ही पादुका में बहुमूल्य रत्न भी जड़े गए हैं। 

कुएं के जल से करवाया गया चरण पादुका को स्नान

भगवान श्रीराम की चरण पादुका यात्रा में भरत मंदिर में रखे भगवान श्रीराम के चरण पादुकाओं को भरतकूप कुआं से जल लेकर विधि विधान से पूजा कर स्नान करवाया गया। जिसके बाद चरण पादुकाओं को रथ में रखा गया। इस चरण पादुका यात्रा में तीन रथ शामिल किए गए हैं। जिसमें भगवान श्री राम की सुंदर झांकियां भी लगाई गई हैं। 

22 जनवरी को अयोध्या में भगवान राम मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा के कार्य्रकम के लिए चरण पादुकाओं को 19 जनवरी को ही अयोध्या पहुंच दिया गया। इन चरण पादुकाओं को हाथ में लेकर श्री चल्ला श्रीनिवास ने अयोध्या में निर्माणाधीन मंदिर की 41 दिन की परिक्रमा भी पूरी की है। 

प्रधानमंत्री मोदी करेंगे प्राण-प्रतिष्ठा

अयोध्या में भगवान राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों होगा। इस महोत्सव के लिए ट्रस्ट ने 2,500 मेहमानों की एक लिस्ट बनाई है, जिन्हें राम मंदिर के विशाल उद्घाटन समारोह के लिए आमंत्रित किया गया है। इसके अलावा समारोह में 4,000 संत भी आमंत्रित हैं। मंदिर 23 जनवरी से भक्तों के लिए खोला जाएगा। 

Positive सार 

राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के लिए वैदिक अनुष्ठान का मुख्य समारोह एक सप्ताह पहले से ही शुरू हो चुका है। जाहिर है हर कोई अयोध्या जाना चाहत है ऐसे में जो लोग अयोध्या नहीं जा सकते हैं वो मन न छोटा करें वो अपने शहरों और कस्बों में स्थानीय मंदिरों में जाकर इस कार्यक्रम को मना सकते हैं।

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Rishita Diwan

Content Writer

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