Ram Mandir Inauguration: राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के लिए अब कुछ ही दिन रह गए हैं। अयोध्या में इसकी तैयारी जोरों से चल रही है। पूरे देश का कुछ-न-कुछ अंश इस मंदिर में लगा है। कहीं का जल तो कहीं की मिट्टी। कहीं के अक्षत तो कहीं के पत्थर इस मंदिर की शोभा बढ़ा रहे हैं। अयोध्या में भगवान राम के इस मंदिर में हर चीज श्रद्धा से निर्मित हुई है, ऐसी ही चीजों में शामिल है भगवान राम के दरबार में लगने वाला विशाल घंटा। भारतीय संस्कृति के अनुसार ईश्वर के दरबार में घंटी या घंटा जरूर लगाया जाता है। ये श्रद्धा का एक रूप होता है। यही वजह है कि भगवान राम मंदिर में लगने वाले इस घंटे को काफी खास बनाया गया है। जानते हैं क्यों खास है राम मंदिर अयोध्या में लगने वाला ये घंटा…
अष्टधातु से बना है 2100 किलो का घंटा
राम मंदिर परिसर में लगने वाला ये घंटा 2100 किलो का बताया जा रहा है। खास बात ये है कि इस घंटे को अष्टधातु से बनाया गया है। ये घंटा भारतीय वास्तुकला का एक खूबसूरत नमूना है, जिसे बनाने में 2 साल का समय लगा है, अब आप अंदाजा लगा सकते हैं कि इसे कितनी बारिकी से बनाया गया होगा। ऐसा कहा जा रहा है कि ये दुनिया का सबसे बड़ा bell होगा और इसकी गूंज पूरे अयोध्या में सुनाई देगी।
क्या होता है अष्टधातु?
अष्टधातु का भारतीय पुराणों और संस्कारों में काफी महत्व दिया गया है। जैसा कि नाम से ही पता चलता है कि इसमें 8 तरह की धातुएं होती हैं। जिसमें पीतल, कांसा, तांबा, एल्मूनियम, लोहा, सोना और चांदी के साथ जस्ता भी शामिल होता है। एक निश्चित मात्रा में इन अष्टधातुओं का इस्तेमाल किया जाता है। अष्ठधातु घंटा के निर्माण में करीब 70 कारीगर काम कर रहे थे।
एटा में बना है भव्य अष्ठधातु घंटा
घुंघरू की नगरी कहे जाने वाली एटा के जलेसर में अयोध्या स्थित श्रीराम मंदिर के लिए घंटा बनाया गया है। बता दें कि इस घंटे की लागत 25 लाख रुपये बताई जा रही है।
एक्सप्रेसवे से पहुंचेगा अयोध्या
मंदिर में लगाए जाने वाले इस भव्य घंटा को जलेसर से अवागढ़, निधौलीकलां के बाद जिला मुख्यालय, राजा का रामपुर, जैथरा, अलीगंज, कायमगंज और फर्रुखाबाद होते हुए लखनऊ एक्सप्रेस वे से सीधे अयोध्या पहुंचाया गया। जलेसर में बने इस घंटे को भिजवाने के लिए रथ का निर्माण किया गया था।
Positive सार
भगवान राम मंदिर का हर एक कण श्रद्धा से परिपूर्ण है। देश के हर कोने से पहुंचने वाली सामग्री की बात हो या फिर अयोध्या पहुंचने वाले लोगों की बात हो ये सभी इस बात के सूचक हैं कि भगवान राम भले ही अयोध्या में विराजेंगे लेकिन वो सभी के दिलों में भी वास करते हैं।