Water Metro in Ayodhya: भगवान राम मंदिर में अब श्रद्धालु रोजाना बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं। खूबसूरत आर्किटेक्टर, भक्तिमय माहौल और भगवान राम का ऐश्वर्य अयोध्या में देखते ही बनती है। उत्तरप्रदेश सरकार ने यहां पहुंचने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड के साथ रहने के लिए सर्व सुविधा युक्त धर्मशालाओं की व्यवस्था की है। इन्हीं सुविधाओं में अब Water Metro का भी नाम जुड़ गया है। जानते हैं क्या है इसकी खासियत…..
सरयू नदी में वॉटर मेट्रो
अयोध्या पहुंचने वाले श्रद्धालु और पर्यटकों की सुविधा के लिए सरयू नदी में वॉटर मेट्रो (Water Metro) चलाई जाएगी। यहीं पर वाटर मेट्रो के जरिए जलविहार का आनंद लिया जा सकेगा। योगी सरकार द्वारा अयोध्या में पर्यटन को और समृद्ध करने और जल पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए ये कदम उठा रही है।
कहां से कहां तक चलेगी वॉटर मेट्रो?
अयोध्या में चलने वाला वॉटर मेट्रो संत तुलसीदास घाट से गुप्तार घाट तक चलाई जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने वाराणसी दौरे के दौरान वर्चुअल माध्यम से अयोध्या में वॉटर मेट्रो का शुभारंभ किया था। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सरयू के किनारे संत तुलसी घाट से अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस वाटर मेट्रो करीब 14 किलोमीटर का सफर तय करेगी। यह सफर गुप्तार घाट पर खत्म होगा।
खास है वॉटर मेट्रो
- वॉटर मेट्रो (Water Metro) में एक साथ लगभग 50 यात्री जलविहार का लाभ ले सकेंगे। खास बात ये है कि इस वॉटर मेट्रो से पर्यावरण को कोई नुकसान नहीं होगा। अयोध्या में चलाई जाने वाली वॉटर मेट्रो में 50 सीटों की सुविधा फिलहाल रखी गई है।
- इन सीटों को मजबूती देने के लिए इनका निर्माण फाइबर से किया गया है।
- कोचीन शिपयार्ड में बनी यह वॉटर मेट्रो सरयू नदी के ऊपर किसी क्रूज ही दिखेगी।
- वॉटर मेट्रो (Water Metro) पूरी तरह एयर कंडीशन है।
- संत तुलसीदास घाट से गुप्तार घाट तक दोनों प्वाइंटों पर भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण, पत्तन पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय ने सरयू किनारे जेटी को स्थापित किया है।
- वॉटर मेट्रो (Water Metro) के चार्जिंग के लिए पॉइंट भी बनाए गए हैं।
वॉटर मेट्रो (Water Metro) की खासियत
- 50 सीटर एमवी (मोटर व्हिकल) बोट
- मेट्रो बोट पूरा एयरकंडीश है और यात्रियों की जानकारी के लिए डिस्प्ले लगाया गया है।
- यात्रियों के केबिन के आगे बोट पायलट का केबिन बना है।
- एक बार में इलेक्ट्रिक से चार्ज होकर यह वाटर मेट्रो बोट एक घंटे की यात्रा करवा सकता है।
- इलेक्ट्रिक कैटामरान नौका की लागत 36 करोड़ रुपए हैं बताई जा रही है।
- लाखों की संख्या में रामभक्त कर सकेंगे भगवान राम के दर्शन।
Positive सार
अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण को एक महीना पूरा हो चुका है। प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद अब श्रद्धालु बड़ी संख्या में अयोध्या पहुंच रहे हैं। ऐसे में ये सभी सुविधाएं अयोध्या पहुंचने वाले लोगों के लिए फायदेमंद साबित होगी।