Ayodhya Railway Station: भगवान राम की नगरी मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के लिए सज चुकी है। अब हर किसी को 22 जनवरी का इंतजार है। श्रद्धालु बस, ट्रेन और हवाई मार्ग से भगवान राम की नगरी देखने पहुंच रहे हैं। ऐसे में कैसे हो सकता है कि भगवान राम की गरिमा के अनुरूप रेलवे स्टेशनों की सुविधाएं न बढ़ाया गया हो। दरअसल भक्तों की सुविधा को लिए अब अयोध्या जंक्शन को विस्तार दिया गया है। राममंदिर निर्माण को ध्यान में रखते हुए और श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए अयोध्या जंक्शन के पुराने भवन को नया स्वरूप दिया गया है। करोड़ों रुपये की लागत से रेलवे स्टेशन भवन को मंदिर के रूप में डेवलप किया गया है। यात्रियों के लिए आधुनिक सुविधाएं भी रेलवे स्टेशन सुनिश्चित की गईं। लिफ्ट एवं स्वचालित सीढ़ियां भी रेलवे स्टेशन में लगाई गई हैं।
बदला गया नाम
रामनगरी अयोध्या रेलवे स्टेशन का नाम भी बदल दिया गया है। अयोध्या का रेलवे स्टेशन अब अयोध्या धाम के नाम से जाना जा रहा है। त्रेता युग की आभा को चित्रित करते अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन को काफी सुंदर बनाया गया है। यहां स्टेशन में पैर रखते ही इस बात की अनुभूति होने लगेगी कि आप अयोध्या की पावन धरती पर पहुंच चुके हैं। अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन से राम मंदिर करीब एक किलोमीटर दूर है। लगभग 50 हजार यात्रियों की क्षमता वाले अयोध्या धाम स्टेशन का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 30 दिसंबर को की थी।
टूरिज्म फैसिलिटेशन सेंटर से यात्रियों को मिलेगी मदद
अयोध्या के रीडेवलप्ड अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन में पहुंचने पर श्रद्धालुओं को नए पर्यटक सुविधा केंद्र यानी टूरिज्म फैसिलिटेशन सेंटर से काफी जानकारी मिल जाएगी। इसके साथ ही यहां पहुंचने वाले लोगों के लिए ट्रेनों की समय सारणी की जानकारी डिजिटली दी जा रही है।
अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन की खासियत
- फूड प्लाजा, वेटिंग हॉल, बच्चों की देखभाल के लिए रूम की सुविधा।
- क्लॉक रूम जैसी कई आधुनिक सुविधाएं मौजूद।
- रेलवे स्टेशन का रीडेवलपमेंट 430 करोड़ रुपये में किया गया है।
- राम कथा से रंगी गई हैं दीवारें।
- विकलांगो के लिए भी सुविधाएं मौजूद।
100 साल पहले गोरखपुर से अयोध्या रेल यात्रा में नाव का भी होता था अहम रोल
कुछ पुराने लोग कहते हैं कि अंग्रेजी हुकूमत में ट्रेन का संचालन ब्रिटिश कंपनियों के द्वारा की जाती थीं। उस दौर में खास मेहमानों और बड़े अफसरों के लिए ट्रेन ऑफ सिनेमा भी चलाई गई। जिसके एक कोच में सिनेमा का पर्दा लगाया जाता था। 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह में गोरखपुर से भी वंदे भारत, अमृत भारत जैसी सभी हाई स्पीड ट्रेनों से श्रद्धालु पहुंचेंगे, लेकिन तकरीबन सौ साल पहले अयोध्या जाना आसान नहीं था। अयोध्या पहुंचने के लिए कटरा स्टेशन के पास सरयू नदी को नाव से पार करना होता था। इसके लिए रेलवे की तरफ से फेरी वाली नाव चलती थी।
Positive सार
समय बदल चुका है और अयोध्या भी। अब यहां पहुंचने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को काफी सुविधाएं मिलेंगी क्योंकि रामराज्य की वापसी हो चुकी है। वो रामराज्य जहां कोई भी पेरशान नहीं होगा और सभी को एक जैसी सुविधाएं मिलेंगी।