Ayodhya Airport की खासियत कर देगी हैरान, रामनगरी के कण-कण में बसे हैं राम!

Ayodhya Airport: अयोध्या में बन रहे भगवान Ram Mandir की खासियत तो सभी जानते हैं, लेकिन यहां के आकर्षण के कई केंद्र हैं जो राम की नगरी अयोध्या को काफी खास बनाती है। ऐसी ही एक खूबसूरत जगह है Ayodhya Airport. जिसकी खूबसूरती और वास्तुकला दुनिया के सभी एयरपोर्ट की तुलना में कहीं ज्यादा है। एयरपोर्ट पर कदम रखते ही अपने-आप पता चलता है कि ये भगवान राम की नगरी है। 

राम मंदिर के तर्ज पर बना है एयरपोर्ट 

अयोध्या एयरपोर्ट के टर्मिनल बिल्डिंग को काफी खास तरीके से बनाया गया है। इसकी भव्यता को देखकर ही इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि राम कथा किसी को कैसे प्रभावित कर सकती है। सनातन धर्म संस्कृति के चिन्ह के रूप में अयोध्या एयरपोर्ट को तैयार किया गया है। एयरपोर्ट पर रामायण कालीन चित्रों को दीवारों पर उकेरा गया है ताकि इसे देखकर ही राम कथा को मेमोराइज किया जा सके। यहां आने वाले यात्री इस बात का अहसास कर सके कि अयोध्या क्यों खास है और कैसे यहां के कण-कण में राम बसते हैं। 

एयरपोर्ट और मंदिर में लगे हैं एक ही जगह के पत्थर 

अयोध्या एयरपोर्ट की सबसे बड़ी खासियत ये है कि इसे राम मंदिर के तर्ज पर सिर्फ बनाया ही नहीं गया है बल्कि राम मंदिर जैसे अहसास के लिए पत्थर भी एक जैसे ही लगाए गए हैं। नागर शैली की झलक अयोध्या के एयरपोर्ट पर दिखाई देती है और जिस पत्थर से राम मंदिर का निर्माण किया जा रहा है उसी राजस्थान के बंसी पहाड़पुर के नक्काशी दार पिंक स्टोन से अयोध्या एयरपोर्ट को भी डिजाइन किया गया है। इसके अलावा अयोध्या एयरपोर्ट को सात स्तंभों पर मुख्य रूप से तैयार किया गया है, जो कि रामायण के सात कांडों से प्रेरित है इन स्तंभों पर आकृति और सजावट भी ठीक उसी तरह से की गई है। 

महाबली हनुमान को समर्पित है एक दीवार

मान्यता है कि योध्या में श्रीराम के अनन्य भक्त महाबली हनुमान के बिना कोई काम पूरा नहीं हो सकता है। इसीलिए अयोध्या एयरपोर्ट में एक सबसे बड़ा म्यूरल श्रीराम के अनन्य भक्त महाबली हनुमान को समर्पित है। इसमें हनुमान जी के जन्म से अयोध्या में श्रीराम की आज्ञा अनुसार उनके स्थापित होने तक का पूरा चित्रण काफी खूबसूरती से किया गया है। 

प्रधानमंत्री मोदी ने किया था शुभारंभ 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 30 दिसंबर को अयोध्या के महर्षि वाल्मिकी अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट का उद्घाटन किया था। श्री राम की नगरी में बने इस नए एयरपोर्ट में कई एडवांस टेक्नोलॉजी का उपयोग हुआ है। 65,000 वर्गमीटर में फैले अयोध्या एयरपोर्ट को अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट का दर्जा मिला है। 22 जनवरी 2024 को श्री राम मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा के बाद हर साल 10 लाख यात्रियों के आने का अनुमान लगाया जा रहा है।

अयोध्‍या एयरपोर्ट की खासियत 

  • रनवे की लंबाई 2200 मीटर है जिससे यहां ए-321 प्रकार के फ्लाइट्स के संचालन के लिए सही जगह मिलेगी। 
  • ग्राउंड सपोर्ट इक्विपमेंट (जीएसई) क्षेत्र के साथ दो लिंक टैक्सीवे और आठ ए321 प्रकार के फ्लाइट्स की पार्किंग के लिए जरूरत के मुताबिक एक एप्रन का भी निर्माण हुआ है। 
  • फेस-2 के अंतर्गत, 50000 वर्गमीटर के एक नए टर्मिनल भवन के विकास की योजना बनाई गई है। जो पीक आवर्स के दौरान 4000 यात्रियों और सालाना 60 लाख यात्रियों को सेवा देने की कैपिसिटी रखता है। 
  • 350 करोड़ रुपये में डेवलप एयरपोर्ट टर्मिनल बिल्डिंग, एटीसी टॉवर, फायर स्टेशन, कार पार्किंग और संबद्ध शहर-साइड बेसिक स्ट्रक्चर का निर्माण भी किया गया है। 
  • नौ चेक-इन काउंटर, तीन कन्वेयर बेल्ट, और पांच एक्स-बीआईएस मशीनें जैसी यात्री सुविधाएं भी यहां मौजूद है। 
  • टर्मिनल भवन के शहरी हिस्से का निर्माण डिसेबिलिटी- फ्रैंडली फैसिलिटी  के साथ कार और बस पार्किंग की सुविधा भी यहां दी गई है। 
  • एयरपोर्ट को अयोध्या के इतिहास और महत्व को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है। 

हवाई अड्डे का टर्मिनल भवन वैरियस स्टेबिलिटी फीचर्स के साथ मौजूद है, जैसे एक इंसुलेटेड छत सिस्टम, ऊर्जा बचत के लिए कैनोपी प्रोविजन, एलईडी लाइटिंग, कम गर्मी बढ़ाने वाली डबल ग्लेज़िंग यूनिट, ग्राउंड वाटर लेवल को रिचार्ज करने के लिए रेन वाटर हार्वेस्टिंग, फव्वारे के साथ लैंडस्केपिंग, एचवीएसी, वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट, सीवेज ट्रीटमेंट यूनिट जैसी सभी जरूरी सुविधाएं। 

पर्यावरण के अनुकूल है अयोध्या एयरपोर्ट 

अयोध्या एयरपोर्ट यात्रियों की सभी सुविधाओं का तो ध्यान रखता ही है साथ ही ये एयरपोर्ट पर्यावरण के अनुकूल भी है। कंस्ट्रक्शन में GRC टेक्नीक का इस्तेमाल किया गया है। जिससे पत्थरों से होने वाला पॉल्युशन नहीं होता है। 

Positive सार 

भगवान राम की नगरी अयोध्या को सिर्फ खूबसूरत ही नहीं बनाया गया है बल्कि भविष्य की जरूरतों और संभावनाओं को देखते हुए भी यहां काम किया गया है। लेकिन असल जिम्मेदारी हर यात्री कि, हर तीर्थ यात्री की और आस-पास के आम लोगों की है क्योंकि कई बार अच्छी चीजों का इम्प्लीमेंट तो हो जाता है लेकिन उसे सहेजने में जरा सी अनदेखी हो जाती है। तो कोशिश करें आस-पास को साफ-सुथरा रखें, सामाजिक वस्तुओं का ख्याल रखें। क्योंकि ये हमारे सम्मान की बात है हर भारतीय के गौरव की बात है।

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Rishita Diwan

Content Writer

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