V.S. RAMADEVI: Loksabha Election 2024 भारत का 18वां आम चुनाव है। ये चुनाव देश की दशा और दिशा तय करेगा। यही वजह है कि चुनाव की तैयारियां जोरों से चल रही है। इस चुनाव की जिम्मेदारी भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार पर है। इनके बारे में तो आप जानते हैं, पर क्या आप भारत की पहली महिला चुनाव आयुक्त के बारे में जानते हैं? नहीं तो जानते हैं कौन थीं भारत की पहली महिला चीफ इलेक्शन कमीश्नर?
भारत की पहली महिला प्रमुख चुनाव आयुक्त
वी.एस.रमादेवी (V.S. RAMADEVI) भारत की 9वीं मुख्य चुनाव आयुक्त (First Lady Chief Election Commissioner) थीं। उन्होंने 26 नवंबर 1990 से 11 दिसंबर 1990 तक इलेक्शन कमीश्नर के पद पर अपनी सेवा दी। खास बात ये है कि वीएस रमादेवी इस पद पर रहने वाली अब तक की इकलौती महिला हैं।
वी.एस.रमादेवी के बारे में
वी.एस.रमादेवी आंध्रप्रदेश के गोदावरी जिले में जन्मी थीं। 15 जनवरी 1934 को उनका जन्म चेबोलू नाम के गांव में हुआ था। उनकी शुरुआती शिक्षा एलुरु से हुई बाद में रमा देवी ने MA और LLB पूरा किया। उन्होंने आंध्र प्रदेश में बतौर वकील अपनी रजिस्ट्रेशन भी करवाया। कानून समझ रखने वाली रमादेवी महिला अधिकारों को लेकर काफी सजग थीं। यही वजह थी कि उन्होंने राजनीति की तरफ रुख किया।
वी.एस.रमादेवी का जीवन
वी.एस.रमादेवी (V.S. RAMADEVI) ने राजनायिक सर्विसेज में काफी काम किया। जिसके बाद उन्हें भारत के चीफ इलेक्शन कमीश्नर की बड़ी जिम्मेदारी मिली। रमादेवी नवंबर 1990 से दिसंबर 1990 तक भारत की चीफ इलेक्शन कमीश्नर रहीं। रमादेवी राज्यसभा की सेक्रेटरी जनरल भी रहीं। इसके बाद रमादेवी कर्नाटक की गवर्नर बनीं। उन्होंने 2 दिसंबर 1999 से 20 अगस्त 2002 तक कर्नाटक की गवर्नर का पद संभाला। रमादेवी इस पद को संभालने वाली भी एकलौती महिला ही हैं। उन्होंने हिमाचल के गवर्नर के तौर पर भी काम किया था।
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Positive सार
वी.एस.रमादेवी (V.S. RAMADEVI) एक ऐसा व्यक्तित्व थीं, जो खुलकर अधिकारों और नियम कानूनों की बात करती थीं। शायद इसीलिए उन्हें भारत की पहली महिला मुख्य चुनाव आयुक्त की जिम्मेदारी मिली थी। वो आने वाली पीढ़ियों के लिए एक मिसाल के रूप में हमेशा स्थापित रहेंगी।