NQAS: स्वास्थ्य सेवाओं के मामले में छत्तीसगढ़ ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। प्रदेश के हेल्थ सेक्टर से जुड़ी 14 संस्थाओं को केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा NQAS यानी National Quality Assurance Standard या राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक प्रमाण पत्र दिया गया है। यह सर्टिफिकेट इन अस्पतालों में उपलब्ध सुविधाओं की क्वालिटी चेक के जारी किया गया है।
14 केंद्रों को मिला सर्टिफिकेट
राज्य में हेल्थ सेक्टर में लगातार हो रहे सुधार और विस्तार की वजह से ये सर्टिफिकेट दिया गया है। राजधानी रायपुर के सिलियारी स्वास्थ्य केंद्र को भी यह सर्टिफिकेशन मिला है। इसके साथ ही 14 हेल्थ सेक्टर्स को भी इन सर्टिफिकेट के साथ अलग-अग अंक दिए गए हैं। जिनमें 10 आयुष्मान आरोग्य मंदिर उप स्वास्थ्य केंद्र, 3 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और एक शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शामिल हैं। ये सर्टिफिकेट अक्टूबर-नवंबर के में हॉस्पिटल की फैसिलिटीस को देखते हुए दिया गया है।
क्या होता है NQAS ?
NQAS या राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक प्रमाणपत्र की शुरुआत 2017 में की गई थी। इसे पब्लिक हेल्थ केयर फैसिलिटी और ग्लोबल बेस्ट प्रैक्टिसेस की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है। फिलहाल NQAS डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल्स और सामुदायिक ग्रामीण और शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के लिए जारी किया जाता है। NQAS के जरिए स्वास्थ्य सेवाओं को मानकों के आधार पर अफनी सुविधाओं को और बेहतर करने के लिए प्रेरित किया जाता है।
स्वास्थ्य मंत्री ने दी शुभकामनाएं
इस उपलब्धि पर छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने NQAS सर्टिफिकेट पाने वाले स्वास्थ्य केंद्रों को शुभकामनाएं दी है। उन्होंने कहा कि- “मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में राज्य में स्वास्थ्य सुविधाएं लगातार बेहतर हो रही हैं और 14 शासकीय अस्पतालों को केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक प्रमाण पत्र मिलना इसी का नतीजा है।“
केंद्र की टीम ने किया था निरीक्षण
इस सर्टिफिकेट के लिए अक्टूबर महीने में केंद्र सरका की एक्सपर्ट की टीम सर्वे के लिए आई थी। उन्होंने अस्पतालों में मिलने वाली सुविधाओं को कई मानकों में परखा था। मानकों में मरीजों को मिलने वाली सर्विसेस, अधिकार, सपोर्ट सर्विसेस, इनपुट, इन्फेक्शन कंट्रोल, क्लिनिकल सर्विसेस, गुणवत्ता प्रबंधन और आउटकम जैसे पैरामीटर्स में आंकलन किया गया। इन सभी मानकों में खरा उतरने वाले अस्पतालों को ही सर्टिफिकेट दिया गया है।