Delhi Trade Fair: हर बार की तरह दिल्ली में इस बार भी व्यापार मेले का आयोजन किया जा रहा है। 43वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले (Delhi Trade Fair) का शुभारंभ हुआ। इस मेले में देश के सभी राज्यों ने अपने प्रदेश के विकास को प्रदर्शित करते हुए स्टॉल लगाए हैं। व्यापार मेले में छत्तीसगढ़ की तरफ से भी स्टॉल लगाया गया है। इस बार छत्तीसगढ़ का स्टॉल व्यापार मेले में खास आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
क्या है व्यापार मेले की थीम?
व्यापार मेला (Delhi Trade Fair)हर साल एक खास थीम पर आयोजित किया जाता है। इस बार की थीम “विकसित भारत @ 2047” रखी गई है। इस थीम का उद्देश्य 2047 तक देश को विकासशील से विकसित देश बनाने की दिशा मे काम करना है। आपको बता दें 2047 का लक्ष्य रखने का कारण है 2047 में भारत की आजादी को भी 100 साल हो जाएंगे। छत्तीसगढ़ के स्टॉल में भी थीम की झलक दिखाई दे रही है।
छत्तीसगढ़ के स्टॉल में क्या है खास?
इस बार छत्तीसगढ़ का स्टॉल विशेष आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। यहां ढोकरा कला, कोसा सिल्क, बस्तर के बांस शिल्प और दूसरे पारंपरिक शिल्पों की भी झलक देखने को मिल रही है। इसके साथ ही, राज्य ने अपने औद्योगिक उत्पादों, विशेष आर्थिक क्षेत्रों और हर्बल उत्पादों को भी प्रमुखता से प्रदर्शित किया है। इस वर्ष की थीम “विकसित भारत @ 2047” को ध्यान में रखते हुए छत्तीसगढ़ ने अपने स्टॉल को तैयार किया है।
कर्मा नृत्य की हुई प्रस्तुति
आपको बता दें व्यापार मेले का आयोजन दिल्ली के प्रगति मैदान के भारत मंडपम में किया गया है। छत्तीसगढ़ पवेलियन का उद्घाटन छत्तीसगढ़ भवन की आवासीय आयुक्त श्रीमती श्रुति सिंह ने किया। इस मौके पर छत्तीसगढ़ से आए कलाकारों ने करमा नृत्य की प्रस्तुति दी। व्यापार मेले में 20 नवंबर को राज्य सांस्कृतिक दिवस मनाया जाएगा जिसमें प्रदेश के लोक कलाकार छत्तीसगढ़ की लोक कला और संस्कृति की छटा बिखेरेंगे।