CJI Chandrachud’s Vegan Journey: दिल्ली हाईकोर्ट में आयोजित एक कार्यक्रम में, भारतीय उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने अपनी नई जीवनशैली के बारे में खुलकर बात की। उन्होंने बताया कि उनकी दो बेटियां, प्रियंका और माही, जो कि स्पेशल चाइल्ड्रेन हैं। उन्होंने CJI को वीगन लाइफस्टाइल अपनाने के लिए प्रेरित किया। इसके बाद से वे और उनकी पत्नी ने सिल्क और लेदर के उत्पादों को छोड़ दिया हैं।
क्या है बदलाव की कहानी?
जस्टिस चंद्रचूड़ ने इस बदलाव के पीछे अपनी बच्चियों की प्रेरणा को बताया, जो उत्तराखंड की रहने वाली हैं। उन्होंने बताया कि इलाहाबाद में उनके बच्चों के लिए उपयुक्त स्कूल नहीं था, जिसके कारण उन्होंने उनकी शिक्षा की व्यवस्था घर पर ही की थी। दिल्ली आने के बाद, वे बच्चों को ‘तमन्ना’ नामक स्कूल में भर्ती करवाया।
सिल्क और लेदर का नहीं करते इस्तेमाल
इस नई लाइफस्टाइल के साथ, जस्टिस चंद्रचूड़ ने अब सिल्क और लेदर के उत्पादों को अपने जीवन से हटा दिया है, जिसे वे पहले पसंद करते थे। उन्होंने ये भी बताया कि उनकी पत्नी भी इस बदलाव में साथी हैं।
Positive सार
जस्टिस चंद्रचूड़ ने अपनी बच्चियों के भविष्य और स्वास्थ्य को महत्व देते हुए एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। उनकी यह पहल भी समाज को साक्षात्कार कराती है कि कैसे व्यक्तिगत यात्रा में बदलाव लाने से व्यक्ति और उसके परिवार के बीच एक मजबूत जुड़ाव बन सकता है।