CG Rajya Alanakaran: इन्हें मिलेगा मिनी माता और बहादुर कलारिन सम्मान

Rajya Alanakaran Purushkar: छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य अलंकरण पुरस्कार की घोषणा कर दी है। पुरस्कारों में सतनामी महिला जागृति समिति को मिनी माता पुरस्कार और चित्ररेखा सिन्हा को महिलाओं के लिए काम करने के लिए बहादुर कलारिन सम्मान दिया जाएगा। ये सम्मान राज्योत्सव समापन पर विशेष अतिथियों के हाथों दिया जाएगा।

सतनामी महिला जागृति समिति

सतनामी महिला जागृति समिति का गठन 1989 को किया गया था। इस समिति का गठन महिलाओं को समाजिक रुप से समानता का अधिकारी और सम्मान दिलाने के लिए किया गया था। यह समिति अपने क्षेत्र में महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्म निर्भर बनाने की दिशा में भी काम करती है। 35 साल पुरानी इस संस्था में करीब 300 सदस्य जुड़ चुके हैं।

कौन हैं चित्ररेखा सिन्हा?

चित्ररेखा सिन्हा दुर्ग के नगपुरा की रहने वाली हैं। उन्होंने महिलाओं के साथ होने वाली घरेलू हिंसा के खिलाफ काम किया है। साथ ही महिलाओं को घरेलू हिंसा के विरुद्ध आवाज उठाने के लिए भी जागरुक किया है। हिंसा के कई मामलों में उन्होंने महिलाओं को सखी वन स्टॉप सेंटर तक पहुंचने में मदद की है। चित्ररेखा सिन्हा के पिता खेमलाल सिन्हा किसान हैं और उनकी मां एक गृहणी हैं।

मिनी माता के नाम से क्यों मिलता है सम्मान?

मिनी माता सम्मान जिनके  नाम से दिया जाता है उनका असली नाम मिनाक्षी देवी था। मिनी माता छत्तीसगढ़ राज्य की पहली महिला सांसद थीं। अविभाजित मध्यप्रदेश वो उन्होंने अलग-अलग सीटो से चुनाव जीता था। 1916 में जन्मी मिनी माता का उस समय भी राजनीति में खास रुतबा था। वो भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी की सीनियर लीडर थीं। उन्होंने प्रदेश में सतनामी समाज के उत्थान के लिए कई बड़े काम किए हैं। यही वजह है कि आज सतनामी समाज उनका काफी सम्मान करता है।

कौन हैं मां बहादुर कलारिन

छत्तीसगढ़ सरकार महिलाओं के उत्थान के लिए काम करने वाली संस्था या व्यक्ति को बहादुर कलारिन सम्मान देती है। मां बहादुर कलारिन, राज्य के कलार समाज में देवी की तरह पूजी जाती हैं। छत्तीसगढ़ के इतिहास में उन्होंने नारी उत्थान के लिए कई बड़े काम किए थे। कहा जाता है मां बहादुर कलारिन ने महिलाओं का अपमान करने वाले अपने बेटे को भी नहीं छोड़ा था। उन्होंने अपने बेटे को कुंए में धकेल कर उसकी हत्या कर दी थी। उन्होंने खुद भी उसी कुंए में कूद कर जान दे दी थी।

बहादुर कलारिन के इस बलिदान के सम्मान में छत्तीसगढ़ सरकार महिलाओं के सम्मान की दिशा में काम करने वालों को बहादुर कलारिन सम्मान देती है।

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Rishita Diwan

Content Writer

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