Bijapur Chutvahi: छत्तीसगढ के घोर नक्सल इलाके के एक गांव में अब जाकर बिजली पहुंचीं है। छत्तीसगढ़ सरकार की पहले और हमारे जवानों के साहस की बदौलत यह काम संभव हो पाया। बीजापुर का छुटवाही गांव आजादी के पूरे 78 साल अंधेरे में रहा। अब राज्य सरकार ने उनके बिजली के सपने को पूरा कर दिया है। ग्रामीणों के लिए गांव में बिजली का आना किसी बड़े सपने के पूरे होन से कम नही है।
आजादी के 78 साल रोशन हुआ गांव
आज के समय में हम और आप एक घंटे भी बिना बिजली के नहीं बिता सकते। वहीं इस गांव ने आजाद भारत में भी 78 सालों तक बिजली का इंतजार किया। लेकिन अब सरकार की लगातार कोशिशों से यहां बिजली पहुंच गई है। छुठवाही गांवि में 28 नवंबर 2024 को बिजली का पहला बल्ब जला। गांव में पहुंची विकास की ये रोशनी अब आगे भी विकास के कई द्वार खोल देगी।
अब तक क्यों नहीं पहुंची थी बिजली
छुठवाही गांव बीजापुर से सिर्फ 50 किलोमीटर दूर है। यह इलाका पूरी तरह से नक्सल प्रभावित है। सिर्फ बिजली ही नहीं नक्सलियों ने यहां कोई भी विकास कार्यों को नहीं ने दिया था। कुछ समय पहले तक यहां पक्की सड़क भी नहीं थी। गांव तक सड़कों का निर्माण भी अभी-अभी ही हुआ है। सरकार द्वारा चलाए गए किसी भी अभियान को नक्सली पूरा नहीं होने दे रहे थे।
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नक्सल अभियान के बाद हुआ विकास
राज्य सरकार की तरफ से नक्सल विरोधी अभियानों के बाद मुठभेड़ में जवानों ने कई नक्सलियों को मार गिराया। बीजापुर में नए सुरक्षा शिविर स्थापित किए गए। इन नक्सल ऑपरेशन्स की बदौलत ही छुटवाही में विकास पहुंच सका है। अधिकारियों का कहना है कि अब गांव में बिजली के साथ-साथ, जल जीवन मिशन, मोबाइल टावर, स्कूल, आंगनवाड़ी और सार्वजनिक वितरण प्रणाली जैसी सुविधाएं भी देने वाले हैं।