Bans Shilpkar: छत्तीसगढ़ में कला और कलाकारों की कोई कमी नहीं है। छत्तीसगढ़ प्राकृतिक खूबसूरती का धनी प्रदेश है और हम देखते हैं कि यहां कि हर एक कला, कलाकार, व्रत और त्योहार कहीं ना कहीं प्रकृति से जुड़े हुए हैं। छत्तीसगढ़ वासी खुद को प्रकृति के बेहद करीब पाते हैं। यहां धान, मिट्टी, गोबर आदी प्राकृतिक चीजों से सुंदर कलाकृति बनाई जाती है। आज हम आपको एक ऐसे (Bans Shilpkar)बांस कलाकार के बारे में बताने जा रहे हैं जो बांस से ऐसी कलाकृति बनाते है कि देखने वाला देखता रह जाए।
राम पटेल Bans Shilpkar
हम बात कर रहे हैं पाटन के रहने वाले राम पटेल की। राम पटेल एक बांस शिल्पकार (Bans Shilpkar) हैं, उनकी बांस से बनाई कई कलाकृतियां पाटन आर्ट गैलरी में प्रदर्शनी और बिक्री के लि रखी गई है। राम पटेल ने छत्तीसगढ़ के सभी प्राचीन मंदिरों का मॉडल बांस से तैयर कर आर्ट गैलरी में रखा है। इसके अलावा वो बांस से शो पीस और खिलौने भी बनाते हैं।
छत्तीसगढ़ी कला को संजो रहे हैं राम
राम पटेल का मुख्य उद्देय छत्तीसगढ़ की गुम होती कला संजोना है। छत्तीसगढ़ में सालों से बांस से टोकरी और सूप जैसे उपयोगी चीजें बनाई जाती है। आधुनिकता आने अब धीरे-धीरे इन चीजों का उपयोग भी कम हो रहा है, राम ने बांस की कला को जरूरी सामान से ज्यादा आकर्षक चीजों में ढालना शुरु किया। अब उनके आर्ट को छत्तीसगढ़ के साथ-साथ पूरे देश मे पहचान मिल रही है।
बांस से बनाई राम चरित मानस
बांस आर्ट गैलरी आने वाले लोगों को सबसे ज्यादा आकर्षित करती है वहां रखी बांस से बनी राम चरित मानस। जी हां राम पटेल ने बांस से राम चरित मानस के प्रसंगों को आकार दिया है। ये अब तक की उनकी सबसे बेहतरीन कला है। इसके अलावा उन्होंने छत्तीसगढ़ की लोक कलाओं जैसे पंथी, पंडवानी, राउत नाचा, सुवा नाच को भी बड़ी सुंदर तरीके से आकार दिया है।
Positive सार
राम पटेल छत्तीसगढ़ की कला को सहेजने का बहुत महत्वपूर्ण काम कर रहे हैं। बांस शिल्प को नयापन देकर उन्होंने बांस कला में नई जान भर दी है। अपने काम के प्रति लगन राम पटेल की कला को तेजी से आगे बढ़ा रही है। उनकी कला की डिमांड सिर्फ छत्तीसगढ़ में ही नहीं बल्की दूसरे प्रदेशों में भी है।