Ayodhya Deepotsav: राम की नगरी अयोध्या में हर साल की तरह इस साल भी दीपोत्सव मनाया जाएगा। उत्तर प्रदेश सरकार और स्थानीय प्रशासन ने दीपोत्सव (Ayodhya Deepotsav ) की तैयारियां पूरी कर ली है। राम लला की स्थापना के बाद यह पहली दिवाली होगी। इसलिए अयोध्या दिवाली के हफ्तों पहले दुल्हन सी सजा दी गई है। अयोध्या का नजारा त्रेता युग सा नजर आ रहा है।
भव्य लाइटिंग से हुई सजावट
अयोध्याधाम चारों तरफ रंगीन लाइटों से जगमगा रही है। त्रेता युग का अनुभव दिलाने के लिए बड़े-बड़े एंट्रेंस गेट बनाए गए हैं। राम की पैड़ी पर श्री राम, माता सीता और लक्ष्मण के नाम से भव्य द्वार बनाए गए हैं। रामपथ और धर्मपथ को खूबसूत रूप दिया गया है। इस बार (Ayodhya Deepotsav ) दीपोत्सव के लिए 2 किलोमीटर के दायरे को सजाया गया है। सरयु नदी के पुराने पुल पर खास आतिशबाज की भी तैयारी की गयी है। पूरी अयोध्या में रामकथा से जुड़े कुल 30 गेट बनाए गए हैं।
झांकियों की भी होगी प्रस्तुति
दीपोत्सव (Ayodhya Deepotsav ) में 18 विशेष झांकियों की प्रस्तुति होगी। सूचना और पर्यटन विभाग को मिली जिम्मेदारी के अनुसार झांकियां तैयार हो चुकी है। 30 अक्टूबर को साकेत महाविद्यालय में रामायण काल के प्रसंगों का मंचन किया जाएगा। इसी दौरान ये झांकिया भी प्रदर्शित की जाएंगी। इन झाकियों में सूचना विभाग की 11 झांकियां और 7 झांकियां पर्यटन विभाग की ओर से तैयार की गई हैं।
विदेश से भी आएगे रामलीला कलाकार
दीपोत्सव (Ayodhya Deepotsav ) के दौरान होने वाले रामलीला कार्यक्रम मे देशभर के कलाकार हिस्सा लेंगे। रामलीला का मंचन सिर्फ भारतीय समूहों के द्वारा ही प्रस्तुत नही किया जएगा, बल्की विदेशों से भी रामलीला के कलाकर अयोध्या पहुंच चुके हैं। करीब 600 आर्टिस्ट अयोध्या में अपनी प्रस्तुति देंगे। आपको बता दें भारत के अलावा इंडोनेशिया, थाइलैंड जैसे देशों में भी रामलीला का मंचन होता है।
ऑनलाइन दीपदान, प्रसाद की सुविधा
अयोध्या विकास प्राधिकरण ने दीपोत्सव-2024 के लिए “एक दीया प्रभु श्री राम के नाम” से कार्यक्रम शुरु किया है। इसके तहत जो खुद अयोध्या पहुंचकर दीपोत्सव में शामिल नहीं हो सकते वो ऑनलाइन दीपदान कर सकते हैं। ऐसे श्रद्धालुओं को यूपी प्रशासन घर पर प्रसाद भी पहुंचाएगी। ऑनलाइन दीपदान में हिस्सा लेने के लिए “दिव्य अयोध्या डॉट कॉम” लिंक पर जाकर दान कर सकते हैं।