Arti Sarin: भारतीय सेना में लगातार महिलाओं की भागीदारी बढ़ रही है। सेना अब महिलाओं को भी उन बड़े पदों पर पोस्ट कर रही है जहां अभी तक कोई महिला अपॉइन्ट नहीं हुई। इसी क्रम में भारत को एक और महिला अधिकारी मिल गई हैं। एडमिरल डॉक्टर आरती सरीन को आर्म्ड फोर्स मेडिकल सर्विसे में DG का पद दिया गया है। पहली बार इस पद पर कोई महिला अधिकारी को पोस्ट किया गया है।
इस पोस्ट पर पहली फीमेल ऑफिसर
आरती सरीन इस पद को संभालने वाली पहली महिला अधिकारी हैं। अब तक आर्म फोर्स मेडिकल सर्विसेस के डीजी का पद किसी महिला अधिकारी ने नहीं संभाला था। आरती सरीन ने पिछली जिम्मेदारियों से खुद को इस पोस्ट के लिए साबित किया है। उन्होंने इंडियन आर्मी में लेफ्टिनेंट से लेकर कैप्टन तक, इंडियन नेवी में सर्जन लेफ्टिनेंट से लेकर सर्जन वाइस एडमिरल और इंडियन एयर फोर्स में एयर मार्शल का पद संभाला है।
नेवी फैमिली से हैं आरती सरीन
आरती सरीन एक नेवी फैमिली से ताल्लुक रखती हैं। उनके पिता ने 41 सालों तक नेवी ऑफिसर के तौर पर सेवा दी है। उनके भाई भी नौसेना में रह चुके हैं जबकी उनकी भाभी नेवी में डॉक्टर थीं। आरती सरीन के पति सी.एस, नायडू हेपेटोबिलियरी सर्जन हैं और नेवी में 38 सालों तक सर्विस कर चुक हैं। आरती और उनके पति एक साथ नौसेना कमानों के कमांड मेडिकल ऑफिसर (सीएमओ) के रूप में एक साथ काम कर चुके हैं।
संभाल चुकी हैं बड़े पद
आरती सरीन इससे पहले भी कई बड़े पदों को संभाल चुकी हैं। जिनमें फ्लैग आफिसर मेडिकल सर्विसेज, नौसेना की महानिदेशक, मेडिकल सर्विसेज वायु सेना की महानिदेशक और सशस्त्र बल मेडिकल कालेज (एएफएमसी) पुणे की निदेशक और कमांडेंट जैसे जिम्मेदारी से भरे पद शामिल हैं। उन्होंने सेना में लगभग 39 साल काम करने का अनुभव है।
AFMC पुणे से पूरा किया एजुकेशन
आरती सरीन एएफएमसी पुणे की स्टूडेंट रही हैं। उन्होंने एएफएमसी पुणे से रेडियोडायग्नोसिस में एमडी की है। साथ ही उन्होंने टाटा मेमोरियल हास्पिटल मुंबई से रेडिएशन आंकोलाजी में डिप्लोमेट नेशनल बोर्ड की डिग्री भी पूरी की है। उन्होंने गामा नाइफ सर्जरी में भी ट्रेनिंग ली है। आरती ने गामा नाइफ सर्जरी की ट्रेनिंग पिट्सबर्ग यूनिवर्सिटी से की है।
READ MORE Suman Kumari: BSF की पहली महिला स्नाइपर, कैसे हासिल किया मुकाम?
मिल चुके हैं कई सम्मान
एडमिरल आरती सरीन को उनके काम के लिए कई सम्मान से नवाजा जा चुका है। 2024 में उन्हें अति विशिष्ट सेवा पदक, 2021 में विशिष्ट सेवा पदक मिल चुका है। वहीं 2017 में विशिष्ट सेवा के लिए चीफ आफ आर्मी स्टाफ कमेंडेशन, 2001 में चीफ आफ नेवल स्टाफ कमेंडेशन और 2013 में जनरल आफिसर कमांडिंग-इन-चीफ कमेंडेशन भी दिया जा चुका है।