

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्विटर पर एक धुन शेयर की है जिसमें एक धुन है। पीए ने इसे शेयर करते हुए कहा है कि यह वाकई में काफी रोचक और जानकारी देने वाला है और यह मुझे काफी पसंद आया है। दरअसल UPI ट्रांजैक्शन के वॉल्यूम को रिप्रजेंट करने के लिए डेटा सोनिफिकेशन के जरिए बनाई एक धुन बनाई गई है। इस धुन को इंडिया इन पिक्सल (IIP) ने ट्विटर पर शेयर किया है। जिसमें अक्टूबर 2016 से मार्च 2020 का UPI ट्रांजैक्शन का डेटा शामिल है। पीएम मोदी ने इस धुन की तारीफ की है और अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर भी किया।
क्या है डेटा सोनिफिकेशन?
डेटा सोनिफिकेशन, सोनिफिकेशन का उपयोग करके डेटा को म्यूजिक के रूप में प्रस्तुत किया जाता है। डेटा सोनिफिकेशन की एक सामान्य प्रक्रिया में किसी डेटासेट की डिजिटल मीडिया को सॉफ्टवेयर सिंथेसाइज़र और एक डिजिटल-टू- एनालॉग कन्वर्टर पर डायरेक्ट किया जाता है, ताकी ये लोगों द्वारा एक्सपीरिएंस किए जाने के लिए साउंड प्रोड्यूस कर सके।
इसके अलावा किसी इंफॉर्मेशन को रिप्रेजेंट करने के लिए नॉन-स्पीच ऑडियो का प्रयोग करना सोनिफिकेशन कहलाता है। उदाहरण के लिए मान लीजिए आप किसी तरह का डेटा लें और इससे साउंड क्रिएट करें ये ही सोनिफिकेशन होगा।
पीएम ने UPI की धुन शेयर करते हुए कहा, ‘मैंने यूपीआई और डिजिटल पेमेंट के बारे में अक्सर बातचीत की है। आपने UPI लेनदेन के बढ़ते चलन पर अपनी बात प्रभावी ढंग से रखने के लिए डेटा सोनिफिकेशन का सहारा लिया। जो मुझे वास्तव में पसंद आया। यह बहुत ही रोचक, प्रभावशाली और स्पष्ट रूप से जानकारी देता है। पीएम के ट्विट पर इंडिया इन पिक्सल ने UPI को एक क्रांति कहा है जिसे दुनिया नोटिस कर रही है।
UPI का उपयोग तेजी से बढ़ा है
UPI ने देश में कैशलेस इकोनॉमी को तेजी प्रदान किया है। और डिजिटल लेनदेन को आसान बनाया है। इसके चलते बीते चार साल में वैल्यू के हिसाब से रिटेल डिजिटल पेमेंट में UPI की हिस्सेदारी दोगुनी से ज्यादा हुई है। NCPI के रिकॉर्ड के अनुसार, मार्च 2022 में UPI के जरिये ही 9,60,581.66 करोड़ रुपये के ट्रांजैक्शन हुए जबकि मार्च 2021 में UPI के जरिये कुल 5,04,886.44 करोड़ रुपये का ट्रांजेक्शन हुआ था।