

Highlight:
• कामिकत्सु मुन्सिपलिटी को कार्बन न्यूट्रल बनाने का लक्ष्य |
• ज्यादा से ज्यादा रिसाइकल होने वाले सामानों का हो रहा उपयोग|
• कागज से बनी चीजों को छांट कर अलग करने के 9 तरीके|
जापान का एक शहर दुनिया के लिए मिसाल बन रहा है। कामिकत्सु मुन्सिपलिटी को 2003 में ही जापान का पहला जीरो वेस्ट वाला क्षेत्र घोषित कर दिया गया था। 2030 तक कामिकत्सु मुन्सिपलिटी को कार्बन न्यूट्रल बनाने का भी लक्ष्य है। इस लक्ष्य को पाने के लिए 80 फीसदी काम भी किया जा चुका है। यहां के लोग इंडस्ट्रीज के साथ मिलकर ज्यादा से ज्यादा रिसाइकल होने वाली चीजों को उपयोग करने के लिए प्रेरित करते हैं।
सिर्फ जरूरत का सामान किया जाता है उपयोग
शहर के होटल्स इस बात का ध्यान रखते हैं कि जिन चीजों की जरूरत हो, सिर्फ उन्हीं का उपयोग करें। सभी लोग यही कोशिश करते हैं कि खाने की बर्बादी कम से कम हो।
कागज छांटने के 9 तरीके
जीरो वेस्ट के अपनाए जाने वाले तरीकों को बड़े शहरों में भी अपनाया गया है। शहर के रीसाइक्लिंग फैसिलिटी में कचरे को 45 श्रेणी में बांटा गया है। इसमें कागज से बनी चीजों को ही छांट कर अलग करने के 9 तरीके हैं।
रीसाइक्लिंग हो रही पैसों की बचत
लोगों को मोटिवेट करने के लिए एक रीसाइक्लिंग सिस्टम भी है जिससे चीजें ईको फ्रेंडली सामान से बदल सकते हैं। ऐसे चित्र भी बनाए जा रहे हैं जो रीसाइकिल होने वाली चीजों से बन जाएंगी। इससे शहर का कितना पैसा बचेगा, इसकी जानकारी दी जाती है।