

• वंदे भारत एक्सप्रेस अब केसरिया रंग
• तिरंगे से प्रेरित वंदे भारत का नया रंग
• नई ट्रेन में हुए 25 बदलाव
भारत में तेजी से वंदे भारत ट्रेन का नेटवर्क फैल रहा है। पूरी तरह से स्वदेशी इस ट्रेन को लोगों की सुविधाओं को ध्यान में रखकर बनाया गया है। बुलेट की गति की तरह तेज चलने वाली इस ट्रेन को डिजाइन भी बुलेट जैसा ही है। इसमें यात्रियों की छोटी से छोटी जरूरतों का ध्यान रखा गया है। यात्रा के समय को कम करने के साथ ही कम किराए में आरामदायक यात्रा इसका उद्देश्य है। भारत में सबसे पहले वन्दे भारत ट्रेन 18 फरवरी 2019 को चलाई गई थी। इसका ट्रायल वाराणसी से दिल्ली के बीच हुआ था। बता दें कि एक ट्रेन को बनाने में रेलवे को लगभग 100 करोड़ रुपये की लागत आती है। वन्दे भारत ट्रेन का निर्माण चेन्नई की इंटीग्रल कोच फैक्ट्री में होता है। हाल ही में इसके रंग के साथ कुछ जरूरी बदलाव किए गए हैं। दरअसल रेलवे ने वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का रंग बदलकर केसरिया कर दिया है।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि नया रंग तिरंगे से प्रेरित है। इसके अलावा वंदे भारत ट्रेन में सुविधा के हिसाब से 25 छोटे-छोटे बदलाव भी हुए हैं।
फिलहाल देशभर में 25 वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें चल रही है जिसमें 2 ट्रेने रिजर्व हैं। 28वीं ट्रेन को ट्रायल बेसिस पर केसरिया रंग किया गया है। यह ट्रेन अभी चेन्नई के इंटीग्रल कोच फैक्ट्री में रखी हुई है।
लोगों के फीडबैक के हिसाब से हुए हैं बदलाव: रेल मंत्री
रेल मंत्री ने कहा कि वंदे भारत मेक इन इंडिया का कॉन्सेप्ट है। इसे देश के इंजीनियर और टेक्नीशियन्स द्वारा डिजाइन किया गया है। वंदे भारत ट्रेनों में फील्ड यूनिट्स से मिल रहे फीडबैक के हिसाब से कुछ बदलाव किए हैं।
• सीट में बेहतर कुशन लगाकर उसका एंगल भी ठीक किया गया है।
• मोबाइल चार्जिंग पॉइंट्स तक पहुंच को आसान किया गया है।
• एग्जीक्यूटिव चेयर कार में फुट रेस्ट बढ़ा है
• वॉश बेसिन की गहराई बढ़ाई गई है, ताकि पानी के छींटे न पड़ें।
• टॉइलेट्स में बेहतर लाइटिंग हुई है।
• रीडिंग लाइट में सुधार हुआ है।
• जनरल कोच को भी एडवांस बनाया गया है।
रेल मंत्री ने यह भी बताया है कि रेलवे बिना रिजर्वेशन वाले पैसेंजर्स के लिए भी एडवांस्ड फीचर वाले कोच बनाने पर लगातार काम कर रहा है। इससे कम कमाई वाले लोग भी अच्छी क्वालिटी और कंफर्ट वाली सुरक्षित ट्रेनों में सफर की सुविधा ले पाएंगे।
रेलवे बोर्ड ने वंदे भारत समेत सभी ट्रेनों के AC चेयर कार और एग्जीक्यूटिव क्लास के किराए में 25% तक की कमी करने की घोषणा की है। यह रियायती दरें केवल उन ट्रेनों के किराए पर लागू होंगी जिनमें पिछले 30 दिनों के दौरान 50%
सीटें ही भरी थीं।