SwachhSurvekshan 2022 के नतीजे जारी हो गए हैं। सबसे खास बात यह है कि मध्यप्रदेश के इंदौर ने 6वीं बार सबसे स्वच्छ शहर का खिताब जीता। जबकि सूरत और नवी मुंबई ने क्रमश: दूसरा और तीसरा स्थान प्राप्त किया। ‘स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार 2022’ (SwachhSurvekshan 2022) के परिणामों की घोषणा 1 अक्टूबर को की गई थी।
‘स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार 2022’(SwachhSurvekshan 2022) में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले राज्यों की श्रेणी में भी मध्य प्रदेश ने ही पहला स्थान हासिल किया है, जिसके बाद छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र का नंबर है। ‘स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार 2021’(SwachhSurvekshan 2021) में छत्तीसगढ़ को पहला स्थान मिला था।
वहीं त्रिपुरा की बात करें तो नॉर्थ ईस्ट का यह राज्य 100 से कम शहरी स्थानीय निकायों वाले राज्य की श्रेणी में पहले स्थान पर है, इसके बाद झारखंड और उत्तराखंड ने दूसरा व तीसरा स्थान हासिल किया है।
इंदौर और सूरत ने इस साल बड़े शहरों की श्रेणी में अपना शीर्ष स्थान बरकरार रखा है, जबकि विजयवाड़ा ने अपना तीसरा स्थान गंवा दिया और यह स्थान नवी मुंबई को मिल गया।
एक लाख से अधिक आबादी वाले शीर्ष 10 शहरों की लिस्ट में शामिल हैं: इंदौर, सूरत, नवी मुंबई, जीवीएम विशाखापत्तनम, विजयवाड़ा, भोपाल, तिरुपति, मैसूर, नयी दिल्ली और अंबिकापुर शहर।
इस खंड के 100 शहरों की सूची में आगरा सबसे आखिरी में है। एक लाख से कम आबादी वाले शहरों की श्रेणी में मध्य प्रदेश का गाडरवारा सबसे पीछे है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 1 अक्टूबर को कार्यक्रम में विजेताओं को पुरस्कार दिए। इस मौके पर केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी भी मौजूद थे।
एक लाख से कम आबादी वाले शहरों की श्रेणी में महाराष्ट्र का पंचगनी पहले नंबर पर रहा। इसके बाद छत्तीसगढ़ का पाटन (एनपी) और महाराष्ट्र के करहड़ ने स्थान बनाया।
एक लाख से अधिक आबादी की श्रेणी में हरिद्वार गंगा के किनारे बसा सबसे स्वच्छ शहर है व वाराणसी और ऋषिकेश का नंबर लगा।
सर्वेक्षण के परिणामों के अनुसार, गंगा के किनारे बसे व एक लाख से कम आबादी वाले शहरों में बिजनौर पहले नंबर पर फिर कन्नौज और गढ़मुक्तेश्वर का स्थान रहा।
सर्वेक्षण में, महाराष्ट्र के देवलाली को देश का सबसे स्वच्छ छावनी बोर्ड रहा।
नई दिल्ली नगरपालिका परिषद क्षेत्र को ‘‘देश के सबसे स्वच्छ छोटे शहर’’ श्रेणी में पहला नंबर मिला, जिसकी आबादी एक लाख से तीन लाख के बीच में है।
नोएडा ने 3-10 लाख आबादी की श्रेणी में देश के ‘‘सर्वश्रेष्ठ आत्मनिर्भर मध्यम शहर’’ (बेस्ट सेल्फ सस्टेनेबल मीडियम सिटी) के रूप में अपना स्थान सुनिश्चित किया। तिरुपति ने ‘‘सफाईमित्र सुरक्षित शहर’’ की श्रेणी में पहला स्थान हासिल
किया।
चंडीगढ़ ने ‘‘फास्टेस्ट मूवर स्टेट / नेशनल कैपिटल या यूटी’’ की श्रेणी में पहला ,जबकि विजयवाड़ा ‘स्वच्छतम राज्य / राष्ट्रीय राजधानी या यूटी’’ की श्रेणी में विनर बना।
‘स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार (SwachhSurvekshan) का सातवां संस्करण स्वच्छ भारत मिशन (शहरी) की प्रगति का अध्ययन करने और विभिन्न स्वच्छता मानकों के आधार पर शहरी स्थानीय निकायों (यूएलबी) को रैंक देने के लिए आयोजित
हुआ था।
राष्ट्रपति मुर्मू ने सभी विजेताओं को बधाई दी। वहीं केंद्रीय मंत्री पुरी ने कार्यक्रम में कहा कि 35 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ शहरी भारत खुले में शौच से मुक्त हो चुका है।
केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय के अनुसार, ‘स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार 2022’(SwachhSurvekshan 2022) मूल्यांकन के लिए कुल अंक 7,500 थे।