• यूपी के सात उत्पादों को जीआई टैग
• लिस्ट में अमरोहा का ढोलक शामिल
• साल 2023 में राज्य के कुल 18 उत्पाद जीआई टैग की लिस्ट में शामिल
GI Tag Products: दुनियाभर में भारत की एक अलग पहचान है। कई तरह के देसी उत्पादों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अलग पहचान मिली हुई है। यही वजह है कि विविधता से परिपूर्ण भारत के अलग-अलग राज्यों की कुछ खास पहचान है। इन्हें अलग से इंडिकेट करने के लिए जीआई टैग यानी कि जियोग्राफिकल इंडिकेशन टैग दिया जाता है। विशेष स्थानों से ताल्लुक रखने वाले उत्पादों को जीआई टैग (GI Tag) मिलने से स्थानीय स्तर लेवल के समानों अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिलती है। इस उत्तरप्रदेश के सात उत्पादों को जीआई टैग मिला है।
किन उत्पादों को मिला है जीआई टैग?
उत्तर प्रदेश के अमरोहा का ढोलक, महोबा गौरा पत्थर हस्तशिल्प, मैनपुरी तारकशी, संभल हॉर्न क्राफ्ट, बागपत होम फर्निशिंग्स, बाराबंकी हैंडलूम प्रोडक्ट और कालपी हैंडपेड पेपर को जीआई टैग मिला है।
अमरोहा का ढोलक ही खास
अमरोहा ढोलक एक संगीत इंस्ट्रूमेंट है। ये प्राकृतिक लकड़ी से तैयार किया जाता है। इस ढोलक को बनाने के लिए आम, कटहल और सागौन की लकड़ी का उपयोग प्राथमिकता से किया जाता है। बागपत होम फर्निशिंग्स के लिए उद्योग निदेशालय, यूपी सरकार और कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड की तरफ से जीआई टैग के लिए आवेदन किया गया था। बागपत और मेरठ में कई पीढ़ियों से हथकरघा घरेलू उत्पाद से बनने वाले कपड़ों के लिए प्रसिद्ध रहा है। वहीं बाराबंकी हैंडलूम प्रोडक्ट के लिए यूपी सरकार ने सहकारी समिति लिमिटेड के साथ मिलकर आवेदन किया था। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक इसका कारोबार 150 करोड़ का है।
उत्तरप्रदेश के जिन सात उत्पादों को जीआई टैग मिला है उसके लिए उत्तरप्रदेश सरकार के अलग-अलग विभागों द्वारा आवेदन किया गया था। हालांकि इससे पहले अप्रैल महीने के दौरान यूपी के कुछ उत्पादों को और जीआई टैग मिला था। उस समय मशहूर बनारसी पान, बनारस का लंगड़ा आम, रामनगर भंटा और आदमचीनी चावल को जीआई टैग दिया गया था। इस साल यूपी के 18 उत्पादों को जीआई टैग मिला है। यानी कि अब उत्तरप्रदेश राज्य के कुल 52 उत्पादों को अब तक जीआई टैग मिल चुका है।