

गर्मियों में पेड़-पौधों की ज्यादा देखभाल करनी पड़ती है। दरअसल गर्मी में सिर्फ इंसान ही परेशान नहीं होते हैं, बल्कि पेड़ और पौधे भी इसस जूझते हैं। ज़्यादा गर्मी का असर पौधों ग्रोथ पर दिखाई देने लगता है। गर्मी का सीजन जैसे ही आता है पौधे मुरझाने लगते हैं, उन्हें अधिक नमी और ज्यादा देखभाल की जरूरत होती है ताकि वे हरे-भरे रहें। पौधों को हरा-भरा रखने के लिए पोषण की जरूरत होती है, जो उन्हें ठंडी खाद से मिलती है। जानते हैं क्या है ठंडी खाद और कैसे आप इसका इस्तेमाल अपनी बागवानी को हरा-भरा रखने के लिए कर सकते हैं।
ठंडी खाद के बारे में
ठंडी खाद ऐसी खाद होती है जो गर्मी के मौसम में पौधों को ठंडा रखती है। ऐसी खाद इको फ्रेंडली होती है इसमें सी वीड, गोबर की खाद, पत्तियों से बनी खाद, फल और सब्जि़यों के छिलकों से बनी खाद शामिल होते हैं। ये खाद ज्यादा तापमान होने पर पौधों के लिए लाभदायक होते हैं। गर्मियों के मौसम में ज़्यादातर तरल खाद का ही प्रयोग करना चाहिए।
सी वीड खाद
सी वीड एक ऑर्गेनिक खाद होती है। इसमें नाइट्रोज़न, पोटैशियम, फॉस्फोरस, कैल्शियम, बोरान और जिंक जैसे पोषक तत्व होते हैं। ये पौधों को मौसम की विपरीत परिस्थितियों से सुरक्षित रखते हैं। इसका उपयोग किसी भी मौसम में कर सकते हैं लेकिन गर्मियों में ये काफी अच्छे होते हैं। 3 से 4 मिलीलीटर सी वीड को 1.0 लीटर पानी में मिलाकर पौधों की जड़ों पर और पत्तियों पर छिड़कना चाहिए।
पत्तियों से बनी खाद
पेड़-पौधों की पत्तियां सूखकर गिर जाती हैं। इन पत्तियों को इकट्ठा कर खाद तैयार की जाती है। पत्तियों से तैयार खाद जैविक खाद कहलाती है। ये मिट्टी को उपजाऊ बनाने के साथ ही ज़्यादा से ज़्यादा पानी सोखने की क्षमता भी रखती। गर्मियों में पौधों की जड़ें इसी खाद से ठंडी रहती है। इस खाद के उपयोग से पौधों की बढ़वार अच्छी होती है।
गोबर की खाद
गर्मियों के मौसम में पौधों के लिए गोबर की खाद सबसे ज़्यादा अच्छी मानी जाती है। इस खाद से पौधों के लिए जरूरी संपूर्ण पोषक तत्व होते हैं। इसको तरल रूप में तैयार कर पौधों पर डाल देते हैं।
वर्मी कंपोस्ट
इस खाद में कई पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जिससे पौधों को नाइट्रोजन, फास्फोरस, पोटाश और सूक्ष्म पोषक तत्व जैसे एलिमेंट मिलते हैं। इसके अलावा फल और सब्जि़यों के छिलकों का उपयोग करके कंपोस्ट खाद भी बना सकते हैं। इसे घर में लगे पौधों पर डालकर इस्तेमाल किया जाता है।

