माइक्रोसॉफ्ट के CEO सत्या नडेला को पद्म भूषण से सम्मानित किए गए। स्पेशल सर्विस के लिए उन्हें देश के तीसरे सर्वोच्च सिविलयन अवॉर्ड से विभूषित किया गया। साल 2023 में वे भारत आ सकते हैं। सम्मान ग्रहण करने के बाद उन्होंने कहा- “ पद्म भूषण मिलना उनके लिए गौरव की बात है।“
भारत के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को कहा धन्यवाद
पद्म भूषण अवॉर्ड लेने के बाद माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ नडेला ने कहा, ‘एकस्ट्रा ऑर्डिनरी लोगों को दिया जाने वाला पद्म भूषण सम्मान मुझे मिला है और यह मेरे लिए गौरव की बात है। मैं राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और देश के सबी लोगों का आभार प्रकट करता हूं।’
नडेला ने आगे कहा कि वह आने वाले समय में देश के लोगों के साथ टेक्नोलॉजी को आगे बढ़ाने की दिशा में काम करते रहेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि, वे अगले साल जनवरी में भारत आने की प्लानिंग भी कर रहे हैं।
फिलहाल सैन फ्रांसिस्को में हैं सत्या नडेला
55 वर्षीय सत्या नडेला का नाम इसी साल के 17 पद्म भूषण विजेताओं की लिस्ट में शामिल किया गया था। फिलहाल वे सैन फ्रांसिस्को में मौजूद हैं। सैन फ्रांसिस्को में मौजूद भारत के काउंसल जनरल, डॉक्टर टीवी नागेंद्र प्रसाद द्वारा सत्या नडेला को पद्म भूषण सौंपा।
टेक्नोलॉजिकल बदल रही है- सत्या नडेला
काउंसल जनरल प्रसाद से मीटिंग के दौरान माइक्रोसॉफ्ट CEO ने अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि इंडिया के इन्क्लूसिव ग्रोथ के लिए डिजिटल टेक्नोलॉजी का रोल बहुत ही महत्वपूर्ण है। उन्होंने यह भी कहा कि हम ऐतिहासिक इकोनॉमिक, सोसाइटल और टेक्नोलॉजिकल चेंज के दौर से गुजर रहे हैं। ऐसे में देश का पॉलिटिकल और टेक्नोलॉजिकल डेवलपमेंट सबसे जरूरी है।
नडेला ने आगे बताया कि आने वाला दशक डिजिटल टेक्नोलॉजी से अपनी पहचान खुद ही स्थापित करेगा। टेक्नोलॉजी के यूज से हर कोई कम खर्चे में ज्यादा बेनिफिट्स पा रहा है। इससे फ्यूचर में कई इनोवेशन के रास्ते खुलेंगे।