बिजी लाइफस्टाइल हमारे जीवन का अहम हिस्सा बन गया है। ऐसे में जीवन में कुछ पल फुर्सत के जरूर होने चाहिए। लेकिन घर-परिवार और दफ़्तर की ज़िम्मेदारियों से वक़्त बचाना काफी मुश्किल लगता है। खुद के साथ वक्त बिताना या खुद को समय देना सबसे जरूरी काम है। यह कोई विलासिता की बात नहीं बल्कि जरूरत है। ऐसा कहा जाता है कि ‘यू कांट पोर फ्रॉम एन एमप्टी टी कप’, यानी कि पहले ख़ुद का ख़्याल रख सकेंगे तो दूसरों का ध्यान भी रखेंगे। दूसरों का ख़्याल तभी रखा जा सकेगा जब आप अपने दिमाग और शरीर को आराम देने के लिए सक्रिय कर सकेंगे।
ज़रूरी है ख़ुद को समय देना
आपका मन कोई मशीन नहीं है जो पूरी काम करता रहे। मशीन को भी एक समय के बाद आराम की जरूरत होती है। इसीलिए शरीर का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। अगर आप लगातार काम कर रहे हैं तो मन और मस्तिष्क को आराम दें ताकि बचा हुआ काम फुर्ती और बेहतर तरीक़े से कर पाएं। इससे तनाव कम होगा और आपकी एकाग्रता भी बढ़ेगी। मन और मस्तिष्क शांत होगा तो आपके काम के बेहतर रिजल्ट मिलेंगे।
अपनी रूचि को दें समय
कुछ चीज़ों को करने से दिल और दिमाग को आराम मिलता है। जो आपकी रूचि से सीधे जुड़ा होता है। मिसाल के तौर पर कुछ लोगों को बाग़वानी करने से आराम मिलता है, किसी को लिखने से खुशी मिलती है, किसी को कुछ अलग करने पर खुशी मिलती है। ये रचनात्मक गतिविधियां कुछ भी हो सकती हैं जैसे क्राफ्टिंग या पेंटिंग कुछ भी। दिन में थोड़ा-सा वक़्त जरूर निकालें कुछ ऐसा काम करें जिसे करने से आपको सुकून मिले। आपका मन शांत और ख़ुश रहे।
नींद का रखें पूरा ख्याल
घर-परिवार के लिए महिलाएं रोज़ सुबह जल्दी उठ जाती है। कोशिश करें कि छुट्टी के दिन को खुद के लिए चुनें। जिसमें आप अपने मन के मुताबिक़ समय पर आराम से उठें। अगर गृहिणी हैं तो दोपहर में तीस मिनट की नींद ले सकते हैं। यह भी ख़ुद को समय देने जैसा ही है। इस झपकी से आपकी सारी थकान दूर तो हो जाएगी और आप अच्छा महसूस करेंगे।
• इसके अलावा ख़ुद के रहन-सहन खान-पान पर भी ध्यान दे सकते हैं।
• दोस्तों के साथ वक्त बिताएं।
• कभी-कभी कुछ न करना, शांत बैठना भी सुकून से भरा हो सकता है।
• पुरानी यादों को भी समय दे सकते हैं।
• वीडियो गेम्स अगर आपको पसंद है तो वे कर सकते हैं।
• डिजिटल डिटॉक्स ज़रूरी है इसके लिए कुछ समय फोन, लैपटॉप को दूर रखें। अपने आपको आराम दें।