

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिका दौरे में कई अहम करार हुए जो भारत के लिए काफी महत्वपूर्ण साबित होगा। जिसके तहत अब गुजरात में अमेरिकी कंपनी निवेश करेगी। अमेरिकी कंप्यूटर चिप मेकर कंपनी माइक्रॉन गुजरात में 2.7 अरब डॉलर का निवेश करने वाली है। कंपनी गुजरात में असेम्बलिंग और टेस्टिंग प्लांट स्थापित करेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ कंपनी के सीईओ संजय मेहरोत्रा की मीटिंग के बाद इस फैसले की घोषणा की गई है। मेहरोत्रा ने कहा कि हम भारत सरकार की ओर से सेमीकंडक्टर ईकोसिस्टम के लिए उठाए गए कदमों से काफी रोमांचित हैं और साथ मिलकर काम करना चाहते हैं।
ATMP स्कीम के तहत
भारत सरकार की ATMP स्कीम के तहत इस प्लांट को मंजूरी मिली है। ATMP स्कीम में असेम्बलिंग, टेस्टिंग, मार्किंग और पैकेजिंग जैसे काम किए जायेंगे। इसके अलावा भारत और अमेरिका के बीच अर्टेमिस एकॉर्ड्स पर भी समझौता किया गया है।
इसके अलावा अंतरिक्ष खोज पर साथ काम करने पर भी करार हुआ है। नासा और इसरो ने इस करार के तहत अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर 2024 में एक साथ काम करने का फैसला किया है। इस करार के साथ भारत उन देशों में शामिल हो गया है, जो अंतरिक्ष अनुसंधान अमेरिका के साथ मिलकर काम करते हैं।
भारत में ही फाइटर जेट के इंजन बनाएगी अमेरिकी कंपनी
अमेरिकी कंपनी GE एयरोस्पेस ने भारत में जेट इंजनों की मैन्युफैक्चरिंग का प्लांट लगाने के लिए भी समझौता किया है। हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड के साथ मिलकर अमेरिकी कंपनी काम करने वाली है। इससे भारत में ही लड़ाकू विमानों के इंजन तैयार होंगे। इस प्लांट में तेजस लड़ाकू विमानों के लिए इंजन तैयार होंगे। भारत और अमेरिका के बीच इंडस एक्स समझौता भी किया गया है। इसके तहत दोनों देश डिफेंस स्टार्टअप्स सेक्टर में साथ करेंगे और तकनीकी जानकारी भी साझा कर सकेंगे।
CET करार से दोनों देशों के बीच तकनीक साझा
भारत और अमेरिका के बीच CET करार भी किया गया है। इसके तहत दोनों देश टेक रिसर्च, सिविलियन स्पेस, क्वांटम टेक्नोलॉजी और सेमीकंडक्टर सप्लाई चेन के मामले में साथ काम करेंगे। दोनों देश जटिल तकनीक एक-दूसरे के साथ शेयर करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत और अमेरिका की दो आकाश से ज्यादा संभावनाएं हैं। भारत और अमेरिका की दोस्ती का आधार पीपल टू पीपल कनेक्ट है। पीएम मोदी ने कहा कि 40 लाख से ज्यादा भारतीय मूल के लोग विकास में योगदान दे रहे हैं।

