मध्य प्रदेश बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन (MPBSE) ने अपने सिलेबस में बदलाव किया है। बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए अब स्कूलों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पढ़ाया जाएगा। जिसके लिए सरकार ने अपने सिलेबस में इस नए विषय को जोड़ा है। यह बदलाव नई शिक्षा नीति 2020 के तहत किया जा रहा है। इस बदलाव से स्कूली बच्चों में स्किल बेस्ड एजुकेशन पर फोकस बढ़ाया जा रहा है।
वैकल्पिक विषय के तौर पर जुड़ेगा
मध्य प्रदेश के शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने एमपी बोर्ड सिलेबस में बदलाव की जानकारी देते हुए कहा कि- इस शैक्षणिक सत्र से एमपी बोर्ड के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे जो कक्षा 8वीं से 12वीं तक के स्टूडेंट्स है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की पढ़ाई करेंगे। स्कूली बच्चों के सिलेबस में इसे वैकल्पिक विषय के तौर पर जोड़ा जाएगा।
मध्यप्रदेश बोर्ड के स्कूलों में कक्षा 8वीं, 9वीं, 10वीं, 11वीं और 12वीं कक्षा के बच्चे अपनी रुचि के हिसाब से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस विषय की पढ़ाई कर सकेंगे। एमपी बोर्ड की वेबसाइट पर जल्द ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस विषय का सिलेबस अपलोड होगा।
भविष्य के लिए बेहतर विकल्प है AI
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में करियर की बेहतर संभावनाएं नजर आ रही हैं। जिसकी वजह से भारत में AI को शिक्षा से जोड़कर देखा जा रहा है। जो छात्र इस क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं वे स्कूल से ही इसकी शुरुआत कर सकते हैं। स्कूल में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस विषय की पढ़ाई करने से छात्रों को यह फायदा होगा कि स्टूडेंट्स के बेसिक्स क्लियर होंगे और वे कॉलेज में इससे जुड़ा कोई भी कोर्स कर सकेंगे।