

Benefits of filing ITR: इनकम टैक्स को लेकर कई लोगों को गलत जानकारी होती है, अक्सर ये मान लिया जाता है कि आय ही नहीं तो टैक्स क्यों भरना जिसकी वजह से लोग इसके फायदों से चूक जाते हैं। सामान्यत ये होता है कि नौकरी या व्यापार कर रहे लोगों को अन्य प्रकार के सोर्स से आय अर्जित करने वालों को आयकर रिटर्न (ITR filing) दाखिल करना बेहद जरूरी होता है। लेकिन इस बात की जानकारी कम ही लोगों को होती है कि अगर कोई आय नहीं है, बेरोजगार या फिर हाउस वाइफ है तो भी आयकर रिटर्न दाखिल करना चाहिए, इसके कई फायदे हैं।
बेरोजगारों या हाउस वाइफ को आयकर रिटर्न करने के फायदे
लोन और वीजा में आसानी
आजकल लोन लेते समय ये जरूर चेक किया जाता है कि लोन लेने वाले व्यक्ति ने पिछले तीन साल के आयकर रिटर्न भरी है या फिर नहीं। इसके लिए लोन की कॉपी मांगी जाती है। जनरली ऐसा होता है कि बेरोजगार या हाउस वाइफ ये सोचकर रिटर्न दाखिल नहीं करते कि उनकी कोई फिक्स इनकम नहीं है।
लेकिन अगर लोन की अचानक से जरूरत पड़ती है या फिर किसी दूसरे कारण से लोन लेने वाले हैं या वीजा के आवेदन करना चाहते हैं तो आयकर रिटर्न दाखिल करना ही चाहिए। ऐसे लोग शून्य या Nil ITR फ़ाइल भी कर सकते हैं। जिसमें टैक्स की कोई देनदारी नहीं हो। इतना ही नहीं शून्य रिटर्न दाखिल करके कई काम आसानी से किए जा सकते हैं।
Nil ITR फ़ाइल करने के फायदे
• शून्य रिटर्न भरने से लोन आसानी से अप्रूव होता है।
• वीजा प्राप्त करने में आसानी हो जाती है।
• वीजा के लिए भी पिछले तीन साल का आयकर रिटर्न मांगाते हैं। ताकि विभाग को यह पता चले कि आवेदन करने वाले कानून का अच्छे से पालन करता है या नहीं।
• हाउस वाइफ को जीरो रिटर्न फ़ाइल से ये फायदा होता है कि जब वे अपने नाम की संपत्ति को बेचना चाहते हैं तो रिटर्न के जरिये आसानी से बिक्री की जा सकती है।
• म्यूचुअल फंड, स्टॉक मार्केट, शेयर, सेविंग योजनाओं में निवेश के लिए रिटर्न भरने का लाभ मिल सकता है।