“एक भारत-श्रेष्ठ भारत का अहम सूत्र हैं भगवान हनुमान” इस वाक्य के साथ प्रधानमंत्री मोदी ने गुजरात के मोरबी में भगवान हनुमान की 108 फीट ऊंची मूर्ति का अनावरण किया। पीएम ने कहा कि भगवान हनुमान अपनी भक्ति से, अपने सेवाभाव से, सबको जोड़ते हैं। हर कोई उनसे प्रेरणा पाता है। हनुमान वो शक्ति और सम्बल हैं, जिन्होंने सभी वनवासी प्रजातियों और वन बंधुओं को मान और सम्मान का अधिकार दिलावाया। और इसलिए एक भारत, श्रेष्ठ भारत के भी हनुमान जी एक महत्पूर्ण सूत्र हैं।
देश के चारों दिशाओं में स्थापित होगी भगवान हनुमान की मूर्ति
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के अनुसार, भगवान हनुमान से जुड़े चार धाम प्रोजेक्ट के जरिए देश के चारों दिशाओं में हनुमान की मूर्ति स्थापित की जा रही है। इस कड़ी में यह भगवान हनुमान की दूसरी मूर्ति है, जो कि पश्चिम दिशा में है। मूर्ति की स्थापना मोरबी के बापू केशवानंद आश्रम में हुई है।
शिमला में स्थापित हुई थी पहली मूर्ति
इन चार धाम प्रोजेक्ट की पहली मूर्ति साल 2010 में उत्तर दिशा में, शिमला में स्थापित की गई थी। इसकी लागत 1.9 करोड़ रुपए है। प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से कहा गया है, तीसरी मूर्ति का काम शुरू हो गया है। तीसरी मूर्ति दक्षिण में रामेश्वरम में स्थापित होनी है। हरीश चंदर नंदा एजुकेशन ऐंड चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा यह प्रतिमा स्थापित की जाएगी।
मोरबी के बेला गांव के पास खोखराधाम में हनुमान जी की प्रतिमा के अनावरण के साथ भव्य रामकथा का आयोजन हो रहा है। यह कथा 15 अप्रैल से शुरू हुई है। कथा के पहले ही दिन बेला गांव से 3 हाथियों, 51 घोड़ों की बग्घी और बारात लेकर जुलूस निकाला गया।