

नागालैंड के इतिहास में पहली बार कोई महिला मिनिस्टर बनीं हैं। दरअसल हाल ही में हुए चुनाव में 60 सदस्यीय नागालैंड विधानसभा के लिए चुनी गई पहली महिलाओं में से एक सलहौतुओनुओ क्रूस ने अब राज्य की पहली महिला मंत्री (Salhoutuonuo Kruse became first women minister of Nagaland Assembly) के रूप में शपथ ली है। ऐस कर क्रूस ने इतिहास रच दिया है।
क्रूस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) और मुख्यमंत्री नेफियू रियो (Nagaland CM Neiphiu Rio) की उपस्थिति में 56 वर्षीय सलहौतुओनुओ क्रूस ने नागालैंड की पहली महिला कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली है। साल 1963 में नागालैंड की स्थापना हुई थी, लेकिन स्थापना होने के बाद राज्य में अबतक 14 विधानसभा चुनाव हुए हैं और इन चुनावों में अभी तक एक भी महिला विधायक ने जीत नहीं दर्ज की।
सलहौतुओनुओ क्रूस ने पश्चिमी अंगामी सीट से नागालैंड विधानसभा चुनाव 2023 (Nagaland Assembly election 2023) में नेशनल डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (NDPP) की तरफ से जीत हासिल की है। वहीं इसी पार्टी की हेकानी जाखलू (ekani Jakhalu) ने दीमापुर-III सीट पर 1,500 से अधिक मतों से जीत दर्ज की।
सलहौतुओनुओ क्रूस को एनजीओ के साथ काम करने का अनुभव है
शपथ समारोह के बाद सलहौतुओनुओ क्रूस ने कहा कि वे भगवान के प्रति आभार व्यक्त करती हैं और अपनी खुशी जाहिर की। उन्होंना कहा, “मैं अपनी क्षमताओं के अनुसार अपने लोगों की सेवा करूंगी ऐसी मुझे उम्मीद है।” नागालैंड की पहली महिला कैबिनेट मंत्री बनने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए क्रूस ने कहा कि उन्हें अवसर मिला है जिससे वे काफी खुश हैं। महिलाओं के लिए एक संदेश में, क्रूस ने कहा कि वह महिलाओं को “जो हमने अभी तक हासिल नहीं किया था ” हासिल करने के लिए बहादुर, ईमानदार और मेहनती बनने के लिए प्रोत्साहित करने का कार्य करेंगी।
नागालैंड चुनाव जीतने के बाद क्रूस ने कहा था, “मैं अपने समर्थकों की आभारी हूं। अवसर देने के लिए धन्यवाद उन्हें। मैं चुनाव प्रमाणपत्र लेने के बाद उनसे [समर्थकों] से मिलूंगी और हम साथ मिलकर प्रार्थना करेंगे।” सलहौतुओनुओ क्रूस का पहला चुनाव निर्दलीय उम्मीदवार केनीज़ाखो नाख्रो (Keneizhakho Nakhro) के खिलाफ था। 56 वर्षीय क्रूस दिवंगत एनडीपीपी उम्मीदवार केविसेखो क्रूस (Kevisekho Kruse) की पत्नी हैं, जो 2018 का चुनाव हार गए थे। क्रूस ने 1986 में कोहिमा कॉलेज से अपनी शिक्षा पूरी की और दो दशकों से अधिक समय से सामाजिक कार्यों से जुड़ी हुई हैं।

