

लगभग हर व्यक्ति के जीवन में ये पल जरूर आया होगा, जब माता-पिता ने खान-पान से संबंधित समझाइस जरूर दी होगी। यही नहीं हम सभी ने ये भी जरूर सुना होगा कि दूध पीना चाहिए कैल्शियम की कमी नहीं होगी, हरी सब्जियां और भाजी खानी चाहिए आयरन और मिनरल्स की कमी पूरी होगी, लेकिन बड़े-बड़े होते-होते हम व्यस्त दिनचर्या में गुम हो जाते हैं और अच्छे खान-पानी की आदतों से दूरी बना लेते हैं। ये तो हो गई मध्यम और उससे अपर क्लास के लोगों की बात। अब बात करते हैं ऐसे लोगों की जिन्हें गरीबी की वजह से ठीक से खाना नसीब नहीं होता है। कुछ वर्ग तो एकदम ऐसे हैं जो सिर्फ जीने के लिए खाते हैं। ऐसे में उनके जीवन का विकास वहीं रूक जाता है।
वर्ग कोई भी हो खान-पानी की सही आदतों के बिना स्वास्थ्य को नुकसान होता है। ऐसे में जरूर ये है कि सही समय पर सही तरह से खान-पानी की सही आदतों को अपनाकर एक बेहतर जीवन की तरफ अग्रसर हों। सुरक्षित खान-पान और पौष्टिक आहार के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए भारत सरकार ने एक मुहीम की शुरूआत की है।
‘ईट राइट इंडिया अभियान’ (Eat Right India Movement)
भारत सरकार और भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSI) ने ‘ईट राइट इंडिया अभियान’ (Eat Right India Movement) पहल की शुरूआत की है। ये सभी भारतीयों के लिए सुरक्षित, स्वस्थ और टिकाऊ भोजन सुनिश्चित करने के लिए देश की खाद्य प्रणाली को बदलने की दिशा में काम कर रहा है। इसके लिए ईट राइट इंडिया देश के सभी नागरिकों के लिए निवारक और प्रोत्साहक (preventive and promotive) स्वास्थ्य देखभाल पर ध्यान देने के साथ राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति 2017 से जुड़ा है।
ईट राइट मूवमेंट अभियान की खास बात
– भारत के सभी हिस्सों में ये लागू है, जिसका उद्देश्य सुरक्षित और पौष्टिक भोजन खाने के बारे में कंज्यूमर में जागरूकता पैदा करना है।
– ‘ईट राइट इंडिया’, ‘ईट हेल्दी’, ‘ईट सेफ’ और ‘ईट सस्टेनेबल’ में बंटा हुआ है।
– ये न केवल देश के लोगों के लिए अच्छी भोजन की आदतों के लिए प्रेरित करता है बल्कि ऐसे भोजन को भी बढ़ावा देता है जो पृथ्वी के लिए भी अच्छा है।
– ईट राइट इंडिया की मदद से 2050 तक सभी के लिए सुरक्षित, स्वस्थ और टिकाऊ भोजन की संस्कृति को लाना है।
– इस अभियान का एक महत्वपूर्ण उद्देश्य ये भी है कि भारतीय भोजन को 2022 तक ट्रांस वसा मुक्त बनाया जाए।
– आने वाले तीन वर्षों में नमक/चीनी और तेल की खपत में 30% की कटौती करना भी इसका हिस्सा है।
ईट राइट इंडिया लोगो के लिए एक हेल्धी प्लेट का प्रतिनिधित्व करता है। यह मात्रा और खाद्य समूहों के संदर्भ में संतुलित आहार के डिस्ट्रीब्यूशन के बारे में है। जिसका पालन कर मन और शरीर को ऊर्जावान बनाया जा सकता है साथ ही
एक हेल्दी लाइफ की परिकल्पना का साकार भी किया जा सकता है।

